केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र अमेठी की नगर पंचायत मुसाफिरखाना के तथाकथित भाजपा चेयरमैन बृजेश गुप्ता सदन छोड़कर भाग गए। व्यापारी से नेता बने इस बृजेश गुप्ता पर मनमानी करने और सरकारी धन हजम करने का इल्जाम है। चेयरमैन साहब किस कदर बेअन्दाज हो गए है इसका अंदाजा आप इनकी करतूत देखकर लगा सकते है।
मुसाफिरखाना नगर पंचायत में सदन हाल फिलहाल में बीस महीने बाद बुलाया गया था। बीस महीने बाद चेयरमैन साहब सभासदों के बीच सदन में जैसे तैसे पहुंचे तो लेकिन जब विकास और घोटालों पर चर्चा शुरू हुई तो घर पर रिश्तेदार आने का बहाना बना चलता बने। लिहाजा सदन की कार्यवाही रुक गई।
आपको बता दे कि चेयरमैन बृजेश गुप्ता अव्वल दर्जे के नौटंकी बाज है। सभासदों का आरोप है कि चेयरमैन साहब की हरकतें अजीबोगरीब है जब भी कानूनी कार्यवाही शुरू होती है तो वो रोने गाने लगते है पैर पटकते है..यही नहीं बेहोश भी हो जाते है।
इसे भी पढ़ें: फरवरी में सजेगा पंचायत चुनाव का अखाड़ा, ये प्रत्याशी लड़ सकेंगे चुनाव
बहरहाल घोटाले सहित तमाम गड़बड़ी में फंसे चेयरमैन बृजेश गुप्ता को 14 अक्टूबर को नगर विकास निदेशालय में व्यक्तिगत उपस्थित होने के लिए कहा गया है जांच में कई आरोप सही पाए गए है चर्चा है कि लगातार गड़बड़ी करने की वजह से इनका पावर भी सीज हो सकता है जिसकी वजह से चेयरमैन की नौटंकी फिर से एक बार तेज़ हो गयी है। केंद्रीय मंत्री और अमेठी सांसद स्मृति ईरानी के प्रभाव का इस्तेमाल करने की कोशिश की जा रही है लेकिन भाजपाईयों का एक बड़ा गुट खुलकर चेयरमैन बृजेश गुप्ता और उनके घोटालों के खिलाफ मैदान आ चुका है जिससे चेयरमैन मुसाफिरखाना की मुश्किलें बढ़ेंगी या फिर शासन सत्ता के चमत्कार स्वरूप चेयरमैन को फिर अभयदान मिलेगा।