रिपोर्ट: मो० तौफीक
उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगाते हुए अमेठी जनपद के जामो थाना क्षेत्र अंतर्गत रहने वाली मां बेटी सोफिया और गुड़िया ने बीते 17 जुलाई को राजधानी लखनऊ स्थित राजभवन के ठीक सामने आत्मदाह करने का प्रयास किया था जिसमें बुरी तरह जली सोफिया की इलाज के दौरान मौत हो गई।
दरअसल मामला अमेठी जनपद के जामो थाना क्षेत्र से जुड़ा हुआ था जहां पर पीड़िता को नाली के विवाद में न्याय न मिलने के चलते लखनऊ में पहुंचकर आत्मदाह करना पड़ा था इसके बाद से यह मामला अति संवेदनशील हो गया मौत के मुंह से निकली गुड़िया पर पुलिस का पहरा लगा दिया गया उठते बैठते जागते सोते अमेठी पुलिस उसकी रखवाली करती रहती है वह कहीं भी आ जा नहीं सकती है और लगातार अपने साथ हुए अन्याय की लड़ाई लड़ रही है और न्याय की मांग कर रही है लेकिन फिर भी ना तो अमेठी पुलिस प्रशासन और ना ही कहीं से उसको न्याय की उम्मीद दिख रही है लगभग 4 माह से जस की तस स्थिति बनी हुई है जिसको लेकर बीच में अपने अमेठी दौरे पर आई स्मृति ईरानी से मुलाकात करने की कोशिश गुड़िया के द्वारा की गई लेकिन उसको मिलने नहीं दिया गया लगातार उस पर पुलिस का पहरा लगा हुआ था आज गुड़िया और उसके भाई इस्लाम दोनों ने जनपद मुख्यालय गौरीगंज स्थित कलेक्ट्रेट पहुंचकर धरने पर बैठ गए और उनका कहना है कि पिछले आज माह से हम लोग न्याय के लिए दर-दर भटक रहे हैं हमारी कोई सुन नहीं रहा है यह पर न्याय मांगने जाओ तो मौत और जेल मिलती है ऐसे में जब तक कोई भी सक्षम अधिकारी आकर वार्ता नहीं करेगा तब तक हम यहां से उठने वाले नहीं हैं इसके लिए चाहे 2 दिन 4 दिन हफ्ते भर हमको क्यों न बैठना पड़े हम लोग लगातार धरने पर बैठे रहेंगे।
गुड़िया ने बताया कि जो घटना लखनऊ में हुई थी यह केवल लाली का ही विवाद नहीं था इसमें बहुत बड़ा राजनीतिक हाथ है इसमें एक बड़े नेता का हाथ है जिसको मैंने पुलिस अधीक्षक महोदय और जिलाधिकारी महोदय से बताया है फिर भी उनके खिलाफ कार्यवाही नहीं हो रही पीड़िता गुड़िया ने जिले के अपर पुलिस अधीक्षक दयाराम सर्वोच्च पर भी गंभीर आरोप लगाए और कहा कि पुलिस प्रशासन इनको बचा रहा है जबकि इनका भी इस मामले में बड़ा हाथ है। यह सब प्रभावशाली राजनीतिक व्यक्ति के कहने में पर हो रहा है और मुझ पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है तथा धमकियां भी मुझे दी जा रही हैं ऐसे में मेरी हत्या हो सकती है यहां तक कि मुझे जिंदा जलाने की बात कही जा रही है और धमकी दी जा रही है शासन-प्रशासन यदि इसी तरह से काम करता रहा तो निश्चित रूप से मेरी हत्या हो जाएगी।