अमेठी : उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में पुलिस की शर्मनाक करतूत सामने आई है। यहां घटना के बाद से पुलिस के सिस्टम पर सवाल खड़े हो रहे है। आरोप है कि अमेठी के जामो थाना प्रभारी अपने सह पुलिसकर्मियों के साथ एक दलित महिला के घर में घुसकर महिला और उसकी बेटी से इज्जत लूटने का प्रयास किया। साथ ही उसके कपड़े भी फाड़ दिए। आरोपी पुलिसकर्मी महिला को घटना के बारे में किसी को न बताने का धमकी देते हुए मोबाइल फोन छीनकर भी भाग गए। इस कारनामे के बाद से जिले के पुलिस सिस्टम पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
पूरा मामला उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले के जामो थाना क्षेत्र के रामनगर का है। यहां की रहने वाली पीड़ित दलित महिला अपने घर पर बीते सोमवार को अपने बेटी के साथ लेटी हुई थी। उसके पति किसी रिश्तेदार के यहां निमंत्रण में गए थे।
स्थानीय लोगों की इकट्ठा हो गई भीड़
इसी दौरान जामो पुलिस स्टेशन के दबंग थाना प्रभारी विवेक सिंह अपने साथी पुलिसकर्मियों के संग दलित महिला के घर करीब 11 बजे घुस गए। महिला और उसकी बेटी की इज्जत लूटने का प्रयास करने लगे। पुलिसवालों की ये हरकत देखकर महिला की बेटी गांव वालों को आवाज लगाने लगी। इसके बाद भारी भीड़ इक्कठा हो गई। तभी पुलिसवालों ने महिला का कपड़े फाड़ दिए। साथ ही महिला का मोबाइल फोन छीन कर धमकी देते हुए भाग गए।
टोपी छोड़कर भागे पुलिसकर्मी
दलित महिला का आरोप है कि गांव के ही रहने वाले दीपू सिंह के घर पर मुर्गा और शराब की पार्टी में शामिल होने दबंग थाना प्रभारी विवेक सिंह अपने सिपाहियों के साथ पहुंचे हुए थे. तभी ये सभी पुलिसवाले दलित महिला के घर मे उसकी इज्जत लूटने का प्रयास करने लगे. पीड़ित महिला के पास पुलिसवाले की टोपी भी है. पीड़िता का कहना है कि पुलिसवाले भागते समय उसके घर में ही टोपी छोड़कर भाग गए. पुलिसवाले यही टोपी ड्यूटी के दौरान पहने हुए थे. पीड़ित महिला यही टोपी सबूत के तौर पर दिखा रही है.
पीड़ित दलित महिला न्याय मांगने के लिए अमेठी एसपी अनूप सिंह के पास पहुंची। एसपी सिंह ने महिला की शिकायत को संज्ञान पर लेते हुए तत्काल सर्किल सीओ की अगुवाई में टीम बनाकर जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया है।