अमेठी में गांधी परिवार के बनाए संजय गांधी अस्पताल का लाइसेंस सस्पेंड होने का मामला सुर्खियों में आ गया है। आपको बता दें की 2 दिन पहले सीएमओ ने 22 वर्षीय महिला के ईलाज में लापरवाही के आरोप में अस्पताल का लाइसेंस सस्पेंड कर दिया था। जिसके बाद अस्पताल में ताला लग गया। हालांकि अस्पताल सिस्टम ने सीएमओ की कारवाई को राजनैतिक भावना से प्रेरित बताकर मामले को नया मोड़ दे दिया था और अब सोनिया गांधी के प्रतिनिधि किशोरी लाल शर्मा ने इस मामले पर बयान देकर सत्ता सिस्टम पर सवाल खड़े कर दिए है।
के एल शर्मा ने कहा कि, संजय गांधी अपस्ताल अमेठी की जनता के लिए खोला गया था। उसे मेडिकल कालेज़ बनाना था लेकिन सारी एलिजिबिलिटी पूरी होने के बाद भी उसे पास नहीं किया जा रहा और अब कुछ लोगों की गलती की सजा पूरी अमेठी को दिया जा रहा है। अस्पताल में दल देख के ईलाज नहीं किया गया। यहां सभी दलों के नेता कार्यकर्ता ईलाज कराते है। लेकिन अब राजनैतिक भावना से अस्पताल पर जो एक्शन लिया गया वो सरासर गलत है।
के एल शर्मा ने साफ कहा की वह मृतका दिव्या शुक्ला के परिजनों के साथ खड़े है। मृतका को श्रद्धांजलि देने के लिए मौन भी रखा गया। लेकिन किसी एक की गलती के लिए अमेठी की जनता का नुकसान कराना कहीं से उचित नहीं। अस्पताल पर ताला लगाने से रोज सैंकड़ों मरीज ईलाज के लिए भटकेंगे। के एल शर्मा ने सत्ता और सिस्टम को संदेश देते हुए कहा कि, राजनीति करने के लिए कई अवसर आयेंगे लेकिन अस्पताल को लेकर राजनीति सही नहीं। इसमें सिर्फ और सिर्फ अमेठी की जनता का नुकसान है।
आपको बता दें की 14 सितंबर को दिव्या शुक्ला नाम की महिला की अस्पताल में ईलाज के दौरान मौत हो गई थी। परिजनों ने मौत का कारण अस्पताल प्रशासन को बताते हुए हंगामा काटा। जिसके बाद सीएमओ अंशुमान सिंह ने जांच टीम गठित की थी और 4 दिन के अंदर अस्पताल को नोटिस देकर लाइसेंस सस्पेंड कर दिया। साल 1982 के बने अस्पताल के लाइसेंस सस्पेंड होने से अमेठी में अभी से 2024 का दंगल शुरू हो गया।
के एल शर्मा के मुताबिक वह इसकी जानकारी गांधी परिवार को देंगे और अस्पताल को चलाने वाला गांधी परिवार तय करेगा आगे क्या करना है। फिलहाल भाजपा के नेताओं ने अस्पताल के मामले पर चुप्पी साधी हुई है, लेकिन जनता इस फैसले से नाखुश है।
ब्यूरो रिपोर्ट nttv bharat