कानपुर: उत्तर प्रदेश के बांदा जनपद में सतीश यादव पर हुआ हमला सियासी चर्चा का मुद्दा बन गया है। इस मुद्दे पर भाजपा फायर है, निशाने पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव है। इस मामले पर भाजपा महामंत्री एवं एमएलसी सुभाष यदुवंश ने पहले ही अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए मौन पर सवाल खड़े किए थे.. लेकिन शुक्रवार को जब सुभाष यदुवंश सतीश यादव को देखने कानपुर स्थित मां अहिल्याबाई अस्पताल पहुंचे, सतीश यादव का हाल लेने और आर्थिक मदद के मदद के बाद सुभाष यदुवंश बाहर निकले तो मीडिया से बताया कि वह सतीश यादव के साथ है.. सतीश यादव 8 हजार प्रति माह कमाने वाला गरीब आदमी है..उसकी कोई गलती नहीं थी फिर भी गाड़ी हटाने को लेकर आताताई मोहम्मद असद और मोहम्मद अयान ने उसे पीट पीट मरणासन्न कर दिया.. सतीश एक सप्ताह से ICU में है लेकिन इस मामले पर अखिलेश यादव का यादव प्रेम नहीं जागा क्योंकि आरोपी पक्ष मुसलमान है जोकि उनका वोटर है..मुस्लिम समाज नाराज ना हो जाए इसलिए वह मौन है.. बात जब मुस्लिम समाज की आती है तो वह चुप ही रहते है चाहे यादव समाज की जान हो या पत्नी का अपमान
आपको बता दें कि पिटाई के बाद गंभीर हालत में सतीश को बांदा से कानपुर रेफर किया गया। बीजेपी के विधान परिषद सदस्य और प्रदेश महामंत्री सुभाष यदुवंश ने कानपुर पहुंचकर सतीश का हालचाल लिया और आर्थिक सहयोग भी दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी की सरकार में किसी को डरने की जरूरत नहीं है। पार्टी सतीश और उसके परिवार के साथ खड़ी है।
सुभाष यदुवंश ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि आरोपियों के धर्म विशेष से जुड़े होने के कारण अखिलेश इस मुद्दे पर चुप हैं, जबकि वे अक्सर छोटी-छोटी घटनाओं पर सोशल मीडिया पर सक्रिय रहते हैं। उन्होंने इसे तुष्टिकरण की राजनीति का हिस्सा बताया।