टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को रोमांचक मुकाबले में दो विकेट से हराकर पांच मैचों की टी20 सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है। मैच में कप्तान सूर्यकुमार यादव ने 80 और ईशान किशन ने 58 रनों की पारी खेली। लेकिन मैच के बाद फैंस को रिंकू सिंह की पारी ही सबसे ज्यादा याद रही। जिन्होंने 14 गेंदों पर चार चौकों की मदद से नाबाद 22 रन बनाए। यह पारी छोटी जरूर रही लेकिन दबाव भरे क्षणों में दिए गए इस योगदान ने रिंकू के टीम में अपने ‘कद’ को काफी बढ़ा लिया है।
रिंकू ने ऐसे समय टीम को जीत दिलाई जब जीत के करीब पहुंचने के बाद लगातार विकेट गंवाने के चलते उम्मीदें धूमिल पड़ने लगी थी। आखिरी गेंद पर भारत को एक रन की दरकार थी और रिंकू के साथ निचले क्रम के मुकेश कुमार क्रीज पर थे। दबाव भरे क्षणों में रिंकू ने आखिरी गेंद पर छक्का जड़ दिया। यह अलग बात है कि यह छक्का, रिंकू और भारतीय टीम के स्कोर में नहीं जोड़ा गया क्योंकि बाद में खुलासा हुआ कि सीन एबोट की यह गेंद, नोबॉल थी और इस 6 के पहले ही टीम इंडिया दो विकेट से मैच जीत चुके थी।
मैच के बाद BCCI ने सोशल साइट X पर एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें रिंकू ने अपनी पारी और दबाव के क्षणों में शांत रहने के बारे में बताया है। उन्होंने कहा कि, ‘यह हमारे लिए अच्छा है कि हम मैच जीते। जब मैं बैटिंग करने गया था तो मेरे लिए परफेक्ट सिचुएशन थी। यह मैं पहले से करता आ रहा हूं, सूर्या भैया के साथ काफी अच्छा फील कर रहा था। मैं यही सोच रहा था कि, जो मैं पहले से करता आ रहा हूं, वहीं करूं।’
दबाव के क्षणों में शांत रहने के बारे में सवाल पर कहा कि, ऐसा कुछ नहीं है। माही भाई से एक बार बात हुई थी तब पूछा था कि आप लास्ट ओवर्स में क्या करते हो तो उन्होंने कहा था कि आप जितना शांत रहेगे और ‘मारने’ के लिए जितना सीधा देखोगे उतना अच्छा रहेगा। मैं वही फॉलो करता हूं, यह मुझे फायदा करता है। रिंकू ने कहा कि, मुझे पहले पता नहीं था कि आखिरी गेंद नोबॉल है जब मैं ड्रेसिंग रूम में गया तोपता चला। रिंकू ने आगे जोड़ा कि हम मैच जीते, आखिरकार यह महत्वपूर्ण है।