संभल। संभल पुलिस ने शुक्रवार को एक संगठित नकली घी गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पाँच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह अमूल, मधुसूदन, पतंजलि और पारस जैसे नामी ब्रांडों का नकली देशी घी तैयार कर एनसीआर और आसपास के जिलों में सप्लाई करता था।
एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि एसओजी और सर्विलांस टीम को गुप्त सूचना मिली, जिसके बाद थाना धनारी के खजरा खाकम मोड़ पर चेकिंग के दौरान दो संदिग्ध पकड़े गए। पूछताछ में खुलासा हुआ कि गिरोह में मेरठ के आशु जैन, सुदेश जैन, बड़ौत (बागपत) के प्रवीण जैन, ड्राइवर अरुण कुमार और आबिद शामिल हैं। ये लोग डालडा घी और रिफाइंड तेल में एसेंस मिलाकर उसे देशी घी जैसा रूप और महक देते थे।
पुलिस ने मौके से 41 पेटी नकली अमूल घी, 20 टीन मधुसूदन देशी घी, 466 नकली रैपर और घी बनाने के उपकरण बरामद किए। जांच में पता चला कि गिरोह हर महीने करीब 1,500 लीटर नकली घी तैयार करता था, जिसकी लागत महज़ ₹180 प्रति पैकेट थी, जबकि इसे बाजार में ₹640-₹650 में बेचा जाता था। अब तक लगभग 54,000 लीटर जहरीला नकली घी बाजार में बेचा जा चुका है।
गिरोह का मुख्य अड्डा बड़ौत में था, जहाँ से तैयार माल एनसीआर, मेरठ, बागपत, संभल और अन्य जिलों में भेजा जाता था। हाल ही में इन्होंने नकली नमक और कॉफी का निर्माण भी शुरू कर दिया था। बरामद रैपर और पैकेजिंग देखकर साफ है कि गिरोह हाई-क्वालिटी पैकेजिंग का इस्तेमाल कर ग्राहकों को धोखा देता था।
आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं, खाद्य सुरक्षा अधिनियम और ट्रेड मार्क एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। साथ ही गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई की जाएगी, ताकि इस नेटवर्क को पूरी तरह खत्म किया जा सके।