केंद्र सरकार की राह पर चलते हुए अब यूपी ने भी भर्ती परीक्षाओं के लिए केंद्रीकृत एजेंसी बनाने का फैसला किया है। यह एजेंसी सभी श्रेणी की नौकरियों के लिए समय समय परीक्षाएँ करवाएगी। ऐसा करने से विभिन्न विभागों की परीक्षा कराने का भार कम हो जाएगा।
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अफसरों के साथ एक बैठक में कहा कि भारत सरकार की तर्ज पर राज्य में भी सभी भर्ती परीक्षाओं के लिए एक एजेंसी बनाई जाए। भविष्य में यह एजेंसी सभी प्रकार की भर्ती परीक्षाओं और रिजल्ट जारी करने के लिए जिम्मेदार होगी। उन्होंने निर्देश दिया कि प्रदेश सरकार के सभी विभागों और उपक्रमों में भर्ती परीक्षाएं नियमित और समयबद्ध तरीके से होनी चाहिए।
सीएम योगी ने अधिकारियों को कोरोना संक्रमण से लोगों को सुरक्षित रखने के लिए हर संभव कदम उठाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि ट्रांसपोर्ट की चेन को तोड़ने के लिए सर्विसेजलांस, डोर-टू-डोर डेवलपर और मेडिकल टेस्टिंग को प्रभावी बनाया जाए।
बसों के अंतर्राज्यीय भाषण को सुचारु बनाने और सभी निर्धारित रूटों पर परिवहन निगम की बसें चलाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने लखनऊ और कानपुर नगर में कोरोना नियंत्रण के उपायो को मजबूत करने का निर्देश दिया।
सीएम ने कहा कि सभी दफ्तरों को समयबद्ध तरीके से ई-ऑफिस प्रणाली से जोड़ा जाए। साथ ही किसी भी विभाग में पत्रावलियों 7 दिन से ज्यादा समय तक लंबित न रहें। यदि किसी की लाइब्रेरी में तीन दिन से अधिक समय तक पत्रावली लंबित रहती है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए।