मुजफ्फरपुर : बिहार के मुजफ्फरपुर में स्वास्थ्य विभाग की गन्दी लापरवाही का मामला सामने आया है। यहां के SKMCH के डॉक्टर ने लारवाही की हद पार कर छात्र की जान मुसीबत में डाल दी। डॉक्टर ने छात्र के पैर की ड्रेसिंग के दौरान टांका लगाने वाली सुई को बगैर निकाले उस पर प्लास्टर चढ़ा दिया। सुई के कारण छात्र के पैर में दर्द रहने लगा। छात्र के परिजनों ने जब उसे निजी अस्पताल में दिखाया तो एक्स-रे में इस लापरवाही का खुलासा हुआ। समय रहते निजी चिकित्सक ने छात्र का इलाज कर उसका पैर कटने से बचा लिया। इस मामले में सिविल सर्जन डॉ. ज्ञान शंकर का कहना है कि अगर शिकायत मिलती है तो जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।
स्कूल में पेड़ की डाल गिरने से घायल हुआ था छात्र
बीती 24 नवंबर को मीनापुर प्रखंड के धरमपुर पंचायत इलाके के प्राथमिक विद्यालय मोथहामल के विद्यालय प्रांगण मे स्थित एक पेड़ का डाल बच्चो के उपर में गिर गया था। यह हादसा उस वक्त हुआ था जब स्कूल में प्रार्थना चल रही थी। इस हादसे में स्कूल के 7 बच्चे घायल हो गए थे। वहीं, एक बच्चा गंभीर रुप से घायल हो गया था। घायल बच्चों को इलाज के लिए SKMCH में भर्ती करया गया था। इस हादसे में मोहम्मद शाहनवाज के पैर में चोट आई थी।
स्कूल में पेड़ की डाल गिरने से घायल हुआ था छात्र
बीती 24 नवंबर को मीनापुर प्रखंड के धरमपुर पंचायत इलाके के प्राथमिक विद्यालय मोथहामल के विद्यालय प्रांगण मे स्थित एक पेड़ का डाल बच्चो के उपर में गिर गया था। यह हादसा उस वक्त हुआ था जब स्कूल में प्रार्थना चल रही थी। इस हादसे में स्कूल के 7 बच्चे घायल हो गए थे। वहीं, एक बच्चा गंभीर रुप से घायल हो गया था। घायल बच्चों को इलाज के लिए SKMCH में भर्ती करया गया था। इस हादसे में मोहम्मद शाहनवाज के पैर में चोट आई थी।
लापरवाह डॉक्टर ने पैर में छोड़ दी थी सुई
एसकेएमसीएच के डॉक्टर ने शाहनवाज के पैर में प्लास्टर चढ़ा दिया। इस दौरान डॉक्टर ने लापरवाही करते हुए उसके पैर में टांका लगाने वाली सुई को ही छोड़ दिया। पैर में सुई रहने से उसके पैर में दर्द रहने लगा। परिजन उसे इलाज के लिए पीएमसीएच ले गए। 11 दिन इलाज के कराने के बाद भी जब कोई फायदा नहीं हुआ तो परिजन उसे मुजफ्फरपुर स्थित एक निजी अस्पताल पर ले आए। जब वहां उसके पैर का एक्सरा किया गया तो पैर में सुई होने की जानकारी हुई। कई दिनों तक पैर में सुई रहने के कारण उसके इन्फेक्शन फैल गया. उसका इलाज कराया गया।
शिकायत मिलेगी तो की जाएगी कार्रवाई: सिविल सर्जन
इस पूरे मामले को लेकर सिविल सर्जन डॉ. ज्ञान शंकर ने बताया है कि मामला संज्ञान में आया है। 1 बच्चे के पैर में स्टीच के दौरान निडिल छोड़ी गई है। अभी कोई शिकायत नहीं किया है। अगर शिकायत मिलती है तो जांच कर कार्रवाई किया जायेगा। मामला एसकेएचसीएच मेडिकल कालेज से जुड़ा हुआ है इसलिए पूरे मामले में जानकारी लिया जायेगा।