लखनऊ के सरोजनीनगर के एक पंप पर पेट्रोल भरने वाले दो युवक करोड़पति बन गए। दरअसल, उन्होंने पंप के अकाउंट डिटेल में हेराफेरी की थी। इस तरह उन्होंने 2.80 करोड़ हड़प लिए थे। ऑडिट होने के बाद गड़बड़ी सामने आई। पंप मालिक ने दोनों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
ये खुलासा होते ही दोनों युवक नौकरी छोड़कर भाग निकले। जिसके बाद पुलिस ने ये रुपया जिन अकाउंट में ट्रांसफर किया गया है। उसके जरिए युवकों का सुराग तलाशना शुरू किया। उन्होंने जिन अकाउंट में रुपया ट्रांसफर किया था। उनके रियल एड्रेस लिखे थे। जिसके बाद पुलिस ने उनकी घेराबंदी कर दी। उनकी धरपकड़ हो सकी।
5 साल से करते आ रहे थे हेराफेरी, 2009 से कर रहे थे नौकरी
सरोजनी नगर इंस्पेक्टर संतोष कुमार आर्य के मुताबिक गौरी गांव में रहने वाले लाल बहादुर यादव और अमौसी एयरपोर्ट चिल्लावां पर रहने वाले मनोज कुमार यादव पर धोखाधड़ी करने का आरोप है। इनके खिलाफ श्री फिलिंग स्टेशन के मालिक कौशलेन्द्र ने 16 मार्च को मुकदमा दर्ज कराया था।
जांच के आधार पर दोनों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। अकाउंटेंट अजय गुप्ता की भूमिका के विषय में जानकारी जुटाई जा रही है।
पूछताछ में दोनों ने बताया कि वह लोग कानपुर रोड ट्रांसपोर्टनगर स्थित श्री फिलिंग स्टेशन के यहां 2009 से नौकरी कर रहे थे। मालिक कौशलेन्द्र सिंह ने पेट्रोल पंप का पूरा काम दे रखा था। 2016 से हम लोगों ने कंपनी के अकाउंटेंट अजय गुप्ता को अपने साथ मिलाकर नकदी, चेक व लेन-देन में धांधली शुरू की। पेट्रोल पंप पर काम करके पेट्रोल भरने से लेकर उसकी बिक्री की बारीकियां सीख ली।
अकाउंटेंट अजय के मिले होने से पकड़े नहीं गए। हम लोग 2016 से 2021 तक लगभग 02 करोड़ 80 लाख रुपये का गबन किया है। मालिक ने शक होने पर ऑडिट शुरू कराया तो नौकरी छोड़ दी।