कौन बनेगा करोड़ पति भारत का एक रियालिटी/गेम शो है, जो पुरे देश भर प्रसिद्ध है, ये एक ऐसा शो है. जहाँ कोई भी व्यक्ति करोड़ों जीत सकता हैं. कौन बनेगा करोड़ पति का पहला प्रसारण सन् 2000 में हुआ थाइस शो के होस्ट भारतीय सिनेमा के महा नायक अमिताभ बच्चन हैं. यह एक बहुत ही अत्यंत लोकप्रिय प्रोग्राम है. इसी बीच एक ऐसी जानकारी मिली है जिसको सुनकर आपके होश उड़ जाएगे
जानकारी के मुताबिक आपको बता दें कि
विधायक अभिमन्यु पवार ने अमिताभ बच्चन के खिलाफ दो पेज की शिकायत में लिखा कि ‘यह हिंदुओं के अपमान और सद्भाव के साथ रह रहे हिंदुओं और बौद्धों के बीच कलेश पैदा करने का प्रयास कर रहे है.’
महाराष्ट्र के बीजेपी के एक विधायक ने मेगास्टार अमिताभ बच्चन और टीवी शो ‘कौन बनेगा करोड़पति-12 के निर्माताओं के खिलाफ कथित तौर पर हिंदू भावनाओं को आहत करने को लेकर कार्रवाई के लिए पुलिस से संपर्क किया है.
ये है पूरा मामला
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राज्य के लातूर जिला के औसा के विधायक अभिमन्यु पवार ने लातूर एसपी निखिल पिंगले की शिकायत बताते हुए कि, अभिताभ बच्चन और सोनी इंटरटेनमेंट टेलीविजन पर शुक्रवार के ‘कर्मवीर स्पेशल’ एपिसोड में पूछे गए एक सवाल को लेकर कार्रवाई की जानी चाहिए. आगे उन्होंने अपनी दो पेज की शिकायत में लिखा कि, यह हिंदुओं के अपमान और सद्भाव के साथ रह रहे हिंदुओं और बौद्धों के बीच कलह पैदा करने का प्रयास है.’
एपिसोड में सामाजिक कार्यकर्ता वेजवाडा विल्सन और एक्टर अनूप सोनी हॉट सीट पर थे.
अमिताभ ने 6.40 लाख रुपये का सवाल पूछा था कि, 25 दिसंबर 1927 को डॉ. बीआर अंबेडकर और उनके अनुयायियों ने किस ग्रंथ की प्रतियां जलाई थीं (A)विष्णु पुराण (B)भगवद् गीता (C)ऋगवेद और (D)मनुस्मृति. पवार की शिकायत पर अमिताभ ने कहा था कि, वर्ष 1927 में डॉ. अंबेडकर ने हिंदू ग्रंथ मनुस्मृति की जातिगत भेदभाव और छुआछूत को न्यायोचित ठहराने के लिए आलोचना की थी और इसकी कॉपियां जलाई थी. पवार ने अपनी शिकायत में कहा, ‘चारों विकल्प हिंदू धर्म से संबंधित थे और यह स्पष्ट है कि इस सवाल का उद्देश्य हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाना ही था.
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‘केबीसी एपिसोड के इस प्रश्न पर सोशल मीडिया पर भी शो पर वामपंथी विचारधारा चलाने का आरोप लगाया था जबकि कुछ अन्य लोगों ने इसे हिंदू भावनाओं के खिलाफ माना था.