विधान सभा चुनाव राजस्थान,मध्यप्रदेश सहित पांच राज्यों में होने वाला है लेकिन, सोशल मीडिया पर उत्तर प्रदेश के पूर्व भाजपा सांसद शरद त्रिपाठी का जूता कांड तेजी से वायरल हो रहा है । 7 सेकंड में 13 जूते का कांड फिर सुर्खियों में आया है वैसे जूता कांड चार साल पुराना है।
Godi Media didn’t show this peaceful ticket distribution by BJP in Rajasthan.pic.twitter.com/G5RbvkgGvY
— Akshit (@CaptainGzb) October 11, 2023
सोशल मीडिया पर जूता कांड का वीडियो वायरल करते हुए एक यूजर ने लिखा ‘ राजस्थान में टिकट को लेकर भाजपा में कुछ ऐसा ही हाल है तो ऐसे में चार साल पहले हुए सांसद और विधायक के बीच हुअ जूता कांड फिर सुर्खियों में आ गया है।
भाजपा सांसद और विधायक में हुआ था जूता कांड
दरअसल जूता कांड हुआ था 6 मार्च 2019 को, विकास योजनाओं की समीक्षा उत्तर प्रदेश के संकबीर नगर जिला मुख्यालय पर चल रही थी,तत्कालीन सांसद शरद मणि त्रिपाठी और मेंहदावल विधायक राकेश सिंह बघेल के बीच शिलापट पर नाम को लेकर विवाद हुआ। मामूली विवाद ने अचानक उग्र रूप धारण कर लिया। तत्कालीन सांसद शरद त्रिपाठी ने जूता निकाल लिया और विधायक राकेश सिंह बघेल पर अपना जूता चला दिया….7 सेकंड में विधायक पर 13 जूते जड़ दिए, उस वक्त मामला प्रधानमंत्री मोदी तक पहुंच गया था, भाजपा की जमकर छीछालेदर हुई थी….
जूता कांड में शरद त्रिपाठी को मिली थी क्लीनचिट
चर्चित जुटाकांड में शरद त्रिपाठी हाई कोर्ट से राहत मिल गयी। नाजिर नफीस उल हसन ने मुकदमा दर्ज करवाया था जिसमें पुलिस ने साक्ष्य के आभाव में फाइनल रिपोर्ट लगा दी थी लेकिन MP- MLA कोर्ट के जज ने फाइनल रिपोर्ट को खारिज कर फिर से विवेचना का आदेश कर दिया। दूसरी पर भी जज ने फाइनल रिपोर्ट को खारिज कर दिया। मामला हाई कोर्ट पहुचा जहां हाई कोर्ट ने फाइनल रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया।
कम उम्र में हुआ शरद त्रिपाठी का निधन
1 जुलाई 2021 को शरद त्रिपाठी का बीमारी से निधन हो गया, शरद लिवर की बीमारी से जूझ रहे थे,मेदांता हॉस्पिटल गुड़गॉव में उन्होंने अंतिम सांस ली थी। भाजपा के टिकट पर सांसद हुए शरद त्रिपाठी को पार्टी ने जूता कांड के बाद लोक सभा चुनाव का टिकट नही दिया।