उत्तर प्रदेश में राज्यसभा चुनाव के लिए 10 सीटों के लिए हुए नामांकन में बुधवार का दिन हंगामेदार रहा. रात होते-होते रिटर्निंग ऑफिसर ने आखिरकार तय कर दिया कि बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी रामजी गौतम का पर्चा वैध है. इसके साथ ही समाजवादी पार्टी के समर्थन से निर्दलीय प्रत्याशी प्रकाश बजाज का पर्चा अवैध करार दिया गया.
इसके बाद गुरुवार की सुबह बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने दिल्ली में अपने आवास पर मीडिया को संबोधित करते हुए उन सभी सातों बागी विधायकों पर गाज गिराई. जिन्होंने बसपा के प्रत्याशी के नामांकन में प्रस्तावक से अपना नाम वापस लिया था. इसके साथ ही 2 विधायक और भी थे, जिन्होंने बसपा से बगावत की थी. इन सभी सातों विधायकों को पार्टी से निलंबित कर दिया है. एक तरफ बसपा सुप्रीमो का फैसला आया तो दूसरी तरफ यह सभी बागी विधायक लखनऊ में एक साथ जमा थे.
उत्तर प्रदेश में राज्यसभा चुनाव के लिए 10 सीटों के लिए हुए नामांकन में बुधवार का दिन हंगामेदार रहा. रात होते-होते रिटर्निंग ऑफिसर ने आखिरकार तय कर दिया कि बहुजन समाज पार्टी (BSP) के प्रत्याशी रामजी गौतम का पर्चा वैध है. इसके साथ ही समाजवादी पार्टी के समर्थन से निर्दलीय प्रत्याशी प्रकाश बजाज का पर्चा अवैध करार दिया गया.
इसके बाद गुरुवार की सुबह बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने दिल्ली में अपने आवास पर मीडिया को संबोधित करते हुए उन सभी सातों बागी विधायकों पर गाज गिराई. जिन्होंने बसपा के प्रत्याशी के नामांकन में प्रस्तावक से अपना नाम वापस लिया था. इसके साथ ही 2 विधायक और भी थे, जिन्होंने बसपा से बगावत की थी. इन सभी सातों विधायकों को पार्टी से निलंबित कर दिया है. एक तरफ बसपा सुप्रीमो का फैसला आया तो दूसरी तरफ यह सभी बागी विधायक लखनऊ में एक साथ जमा थे.