बसपा के छह बागी विधायकों में से एक असलम राईनी ने समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के साथ-साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भी तारीफ़ की है. श्रावस्ती जनपद के भिनगा सीट से विधायक असलम राईनी ने बहुजन समाज पार्टी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी के राज्यसभा प्रत्याशी रामजी गौतम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर उनकी जगह किसी और ने हस्ताक्षर किए थे. जिसके बाद उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला किया. उनका कहना था कि पार्टी मुखिया मायावती से नाराजगी नहीं है, लेकिन कोऑर्डिनेटर नेताओं को कोई तवज्जो नहीं देते.
असलम राईनी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ़ करते हुए कहा कि जब वे बीमार हुए तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मदद की उन्हीने उन्हें मेदंता अस्पताल में एडमिट कराया. इतना ही नहीं जब वे अस्पताल की शैया पर थे तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अखिलेश यादव ने फोन कर उनका हालचाल जाना. बसपा मुखिया या किसी भी नेता का फोन नहीं आया. असलम राईनी ने कहा कि उन्हें जो दोबारा जिंदगी मिली है वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की देन है.
उन्होंने बताया कि कुल 6 विधायकों ने बगावत की है. जब उनसे पूछा गया कि क्या वे समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव से आज मिले हैं तो उन्होंने कहा कि अभी मुलाक़ात नहीं हुई है. सपा ज्वाइन करने की बात पर उन्होंने कहा कि अगर उन्हें बुलाया जाएगा तो वे जाएंगे. हालाँकि उन्होंने कहा कि अभी लगता नहीं है कि उन्हें इसके लिए बुलावा आएगा. बीजेपी ज्वाइन करने पर भी उन्होंने इनकार नहीं किया. असलम राईनी ने यह भी कहा कि वह निर्दलीय चुनाव लड़ने को भी तैयार हैं.