सुल्तानपुर में डॉक्टर घनश्याम तिवारी की हत्या का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. यहां पीड़ित परिवार से मिलने के लिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव सुल्तानपुर पहुंचे थे. पीड़ित परिवार से अखिलेश यादव ने बात की थी. अखिलेश यादव ने सहयोग का भरोसा दिलाया था. अबतक नामजद आरोपियों की गिरफ्तार नहीं होने पर भी अखिलेश ने सरकार से सवाल पूछा था.
वहीं अब डॉक्टर की निर्मम हत्या के मामले में एक्शन लिया गया है. अजय नारायण का अवैध निर्माण ध्वस्त किया गया है. अनाधिकृत अवैध अतिक्रमण-कब्जे पर कार्रवाई हुई है. आरोपी जगदीशनारायण सिंह की गिरफ्तारी हो चुकी है. वही घटना का मुख्य आरोपी अजयनारायण सिंह अभी भी फरार है.
सुल्तानपुर डॉ त्रिपाठी हत्या कांड
हत्या आरोपी अजय नारायण सिंह और चचेरे भाई BJP नेता के अवैध निर्माणों पर चला बुलडोजर , मर्डर केस का मुख्य आरोपी अजय नारायण सिंह अब तक फरार है। #Sultanpur #sultanpurhtykand #sultanpurpolice pic.twitter.com/ganctgZ7zX
— nttvbharatofficial (@nttvofficial) September 25, 2023
आरोपियों के कब्जे से मुक्त कराई गई 4 करोड़ की जमीन
डीएम जसजीत कौर ने बताया कि डॉ. घनश्याम तिवारी मर्डर केस में प्रशासन ने कार्रवाई शुरू कर दी है। मुख्य आरोपी और उसके परिवार ने जहां भी सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा किया है उनके चिन्हांकन की कार्रवाई की जा रही है। नगर पालिका क्षेत्र में तीन जगह अवैध कब्जे थे, ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई है। जमीन जो कब्जा मुक्त हुई है उसकी कीमत 4 करोड़ रुपए है। एसडीएम और सीओ उस क्षेत्र में चिन्हांकन की कार्रवाई कर रहे हैं। जिस जमीन पर मृतक के परिवार को कब्जा नहीं मिला था उसे टीम भेजकर कब्जा दिला दिया गया है।
पूरा मामला
मामला कोतवाली नगर थाना क्षेत्र के शास्त्री नगर का है। यहां किराए के मकान में डॉ. घनश्याम तिवारी (56) रहते थे। वह मूलरूप से जिले की लंभुआ तहसील के गांव सखौली के रहने वाले थे। डॉ. घनश्याम तिवारी पिछले तीन साल से जयसिंहपुर सीएचसी पर बतौर संविदा डॉक्टर तैनात थे। रोज की तरह वे शनिवार को भी सुबह ड्यूटी पर गए थे।
डॉक्टर की पत्नी निशा तिवारी ने बताया, शाम 4 बजे वे ड्यूटी से लौटे और उनसे 3 हजार रुपए मांगा। एक गिलास पानी पीकर वे पैसे लेकर घर से निकल गए। रात 8:30 बजे के आसपास जब वे गेट पर खड़ी हुई थीं, तो एक ई-रिक्शा आकर रुका और पति खून में लथपथ उससे उतरे और घर में कदम रखते ही गिर पड़े। नारायणपुर के रहने वाले अजय नारायण सिंह ने मेरे पति को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया।
निशा तिवारी ने बताया, पति ने शास्त्री नगर के विद्या मंदिर स्कूल के पास एक जमीन आरोपी अजय नारायण सिंह से खरीदी थी। उसका वे 80 प्रतिशत पैसा भी दे चुके थे। कुछ पैसा बचा था। अब तो पैसा भी गया और पति भी गया। वहीं, बताया जा रहा है कि आरोपी को किसी दूसरे व्यक्ति से उसी जमीन का बेहतर ऑफर मिल गया था। जिस कारण वे धनश्याम तिवारी को अपना दिया पैसा लेकर जमीन छोड़ने को कह रहे थे। लेकिन डॉक्टर इसके लिए तैयार नहीं थे। इसी कारण दोनों में विवाद था। शनिवार शाम को भी प्लॉट के पास ही डॉक्टर से मारपीट की गई। जिसमें उनकी मौत हो गई।