लखनऊ में कैंट इलाके में शनिवार देर रात सड़क हादसे में एक इंजीनियर और एक डॉक्टर की मौत हो गई, जबकि तीन लोग घायल हो गए। हादसे में कार भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। घायलों ने बताया कि सामने से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक की टक्कर लगने के बाद उनकी कार पेड़ से टकराकर गहरे गड्ढे में गिर गई थी। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद हादसे के कारणों का पता चल पाएगा।
हादसे का एक वीडियो सामने आया है।जिसमे एक युवक मदद…मदद चिल्ला रहा है। करीब दो घंटे सभी फंसे रहे। राहगीर रुके तो उनसे मिन्नते कर रहा कि बचा लो भइया…निकाल लो भइया…मर जाएंगे। इस पर वह राहगीर वहां से गुजर से और लोगों को मदद के लिए बुलाता है। लोग आते हैं, हर कोशिश करते हैं, लेकिन निकाला मुश्किल हो जाता।
कटर से कार काटकर फंसे लोगों को निकाला
सूचना पर पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम पहुंची। कार को कटर से काटकर और लोहे की रॉड से तोड़कर फंसे लोगों को बाहर निकाला गया। सभी घायलों को ट्रामा सेंटर ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने इंजीनियर विकास मौर्य (25) और डॉ. अजय कुमार को मृत घोषित कर दिया। मृतक अजय आजमगढ़ के पुरा शिवराम के रहने वाले थे। अजय निगोहा में तेजस डेंटल क्लीनिक चलाते थे। विकास जौनपुर के बाकराबाद के रहने वाले थे। विकास लखनऊ मेट्रो में इंजीनियर था, दो दिन पहले ही उसका प्रमोशन हुआ था।
प्रमोशन हुआ तो दोस्तों के साथ घूमने निकले थे
घायलों में एल्डिको उद्यान-2 पीजीआई निवासी सौरभ गुप्ता (25)‚ उसका चचेरा भाई अमित गुप्ता (25)‚ अमित मौर्य निवासी अज्ञात की हालत गंभीर बनी है। इनका ट्रामा सेंटर में इलाज चल रहा है। अजय और विकास रायबरेली रोड स्थित एल्डिगो अपार्टमेंट में अमित मौर्य के साथ किराए पर रहते थे। ये तीनों लोग दो अन्य दोस्त सौरभ और अमित के साथ रात में घूमने का प्लान बनाया। घायल अमित मौर्य ने बताया कि विकास का प्रमोशन हुआ था। हम लोगों ने तय किया कि रात में घूमने चलेंगे। इसलिए कार से निकले थे कि चारबाग जाकर चाय पीएंगे। तभी रात करीब एक बजे सुहानी खेड़ा के पास कार पेड़ से टकरा गई।