गायों की तस्कर को लेकर सीबीआई को बड़ी कामयाबी मिली है। सीबीआई ने राजधानी दिल्ली से गायों के एक बडे तस्कर इनामुलहक को गिरफ्तार किया है। भारत बांग्लादेश बॉर्डर पर इनामुल हक का गिरोह काफी सक्रिय बताया जाता है। सीबीआई की कोलकाता शाखा ने इस मामले में 21 सितंबर को मुकदमा दर्ज किया था और मुकदमे में बीएसएफ के एक बड़े अधिकारी को भी आरोपी बनाया था। वही 23 सितंबर को सीबीआई ने इस मामले में अनेक जगहों पर सर्च भी किया गया था।
इसी के साथ इसी मामले में गुरुवार को सीबीआई ने कोलकाता में दो चार्टर्ड अकाउंटेंटो के पांच स्थानों पर छापेमारी की थी। अब इस मामले में इनामुल हक से पूछताछ जारी है। सीबीआई सूत्रों के मुताबिक इस पूछताछ के दौरान गायों की तस्करी में शामिल कुछ और बीएसएफ के अधिकारी कर्मचारियों का पता लग सकता है। गोतस्करों के खिलाफ समय-समय पर अभियान चलाया जाता रहा है।
वही सूत्रों के अनुसार, दक्षिण बंगाल के सीमावर्ती क्षेत्रों से 2018 में उसने तस्करी के लिए ले जाए जा रहे 39,965 मवेशियों को जब्त किया गया था। 2019 में इसमें थोड़ी कमी दर्ज की गई, जो 31,210 बताई गई है। इस साल 24 जनवरी, 2020 तक बॉर्डर पर 1,301 गायें पकड़ी गईं। लेकिन सीमा सुरक्षा बल के जवानों को इसमें चुनौतियों का भी सामना करना पड़ता है।
सीबीआई ने अपनी एफआईआर में कहा, बीएसएफ अधिकारी का बेटा भुवन भासक्र हक इंडस्ट्रीज द्वारा प्रमोट की गई कंपनी हक इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड में कार्यरत था। भुवन को मई 2017 और दिसंबर 2017 के बीच प्रति माह वेतन के रूप में 30,000 से 40,000 रुपये का भुगतान किया गया, जो मवेशी तस्करी रैकेट के साथ उसके संबंधों को दशार्ता है।
बता दें कि बांग्लादेश तीन तरफ से भारत से घिरा हुआ है। दोनों देशों के बीच 4,156 किलोमीटर लंबी सीमा है, जो दुनिया का पांचवां सबसे लंबा बॉर्डर एरिया है। पश्चिम बंगाल और असम के कई इलाके जमीन और जल मार्ग से बांग्लादेश से जुड़े हुए हैं। तस्करी के लिए दोनों ही रूट का इस्तेमाल हो रहा है।