इसमें कोई दोराय नहीं कि पति-पत्नी एक दूसरे के पूरक होते हैं, उन्हें आपस में कोई झूठ नहीं कहना चाहिए ना ही कुछ छिपाना चाहिए। लेकिन शादी को लंबे समय तक चलाने के लिए कुछ चीजों की जिम्मेदारी पति-पत्नी को अकेले ही उठानी पड़ती है। साथ ही कुछ बातों को भी अपने तक गुप्त रखना जरूरी होता है।
ऐसे में आज हम आपको चाणक्य नीति में आचार्य चाणक्य द्वारा बताए गए कुछ ऐसी बातों को यहां बता रहे हैं, जिसे किसी भी पति को अपनी पत्नी के साथ शेयर नहीं करना चाहिए। इससे ना ही सिर्फ रिश्ता कमजोर होता है, बल्कि घर में हर समय कलेश भी होता रहता है।
कोई भी महिला अपने पति का जरा भी अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकती है। इसकी भनक लगते ही उसमें तुरंत बदले की भावना और गुस्सा आ जाता है।
ऐसे में वह किसी रिश्ते की परवाह नहीं करती है।
इसलिए शांति बनाए रखने के लिए कभी भी किसी पुरुष को अपने अपमान की बात पत्नी को नहीं बतानी चाहिए।
एक समझदार पुरुष अपनी स्त्री को कभी भी अपनी असली कमाई बताने की गलती नहीं करता है।
चाणक्य नीति के अनुसार, यदि पत्नी समझदार ना हो तो वह कम कमाई होने पर पति की इज्जत नहीं करती है, साथ ही हमेशा इसे लेकर ताने कसते रहती है। वहीं, यदि उसे अपने पति की अधिक कमाई के बारे में पता होता है, तो वह बहुत फिजूलखर्ची करने लगती है।
शास्त्रों में भी यह बताया गया है कि असली दान वही है जिसकी जानकारी आपके अलावा किसी अन्य व्यक्ति को तो दूर आपके दूसरे हाथ को भी नहीं होनी चाहिए।
वहीं, चाणक्य नीति में इसे कलेश का कारण भी बताया गया है। क्योंकि यदि जीवनसाथी कंजूस या लालची हो तो वह दान की बात जानकर आपसे इस पर झगड़ा कर सकता है। इसलिए पति और पत्नी को कभी भी एक-दूसरे से अपने द्वारा किए दान की बातें नहीं शेयर करनी चाहिए।
एक पति को अपनी कमजोरी के बारे में कभी भी अपनी पत्नी को नहीं बताना चाहिए। क्योंकि कई बार महिलाएं अनजाने से इसका जिक्र दूसरों के सामने भी कर देती हैं। इसके अलावा यदि पत्नी दुष्ट हो तो वह खुद ही इसका फायदा उठाने लगती है।