लखनऊ. शुक्रवार का दिन भारत के लिए बेहद ख़ास है. आज पूरी दुनिया की निगाहें भारत पर टिकीं हुई हैं. भारत शुक्रवार को श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से चंद्रयान-3 मिशन की लॉन्चिंग करेगा. दोपहर 2.53 मिनट पर भारत का चंद्रयान-3 कुल 6 पेलोड्स के साथ अपनी अंतरिक्ष की यात्रा पर निकलेगा. लेकिन सबसे ख़ास बात यह है कि भारत के चंद्रयान 3 मिशन की निदेशक ऋतु करिधाल श्रीवास्तव हैं जिन्हे लखनऊ में ‘रॉकेट वुमन’ के नाम से जाना जाता है.
ऋतु करिधाल श्रीवास्तव का लखनऊ से गहरा नाता हैं. उन्होंने लखनऊ यूनिवर्सिटी से फिजिक्स में ग्रेजुएशन किया। उसके बाद गेट क्वालीफाई कर इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ साइंसेज से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की. ऋतु 1997 में इसरो के साथ बतौर एयरोस्पेस साइंटिस्ट के रूप में जुड़ीं और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। ऋतु 2019 के चंद्रयान-2 मिशन का भी हिस्सा रही है. उन्हीं के नेतृत्व में चंद्रयान 2 का प्रक्षेपण हुआ था, हालांकि वह पूरी तरह से सफल नहीं रहा था.
एक बार फिर ऋतु श्रीवास्तव के नेतृत्व में ही मिशन चंद्रयान 3 का प्रकेषपाण किया जा रहा है. ऋतु की बहन वर्षा कहती हैं कि उनकी बहन हमेशा से परिवार का गौरव रहीं और अब चंद्रयान-2 के लॉन्च के बाद उनका सम्मान और बढ़ गया था. अब एक बार फिर उन्हें चंद्रयान मिशन की कमान सौंपी गई है. वर्षा बताती हैं कि मां-पापा के असमय चले जाने के बाद ऋतु ने ही उन्हें और उनके छोटे भाई रोहित को संभाला.
पसंद आता है तारों का जहां…
वर्षा कहती हैं कि ऐसी बहुत सी यादें हैं, जब वह अपनी मां और बहन ऋतु के साथ तारों को देखा करती थीं. खासतौर से ऋतु को तारों की दुनिया बहुत पसंद है. वह घंटों तारों को देखती रहती. कई बार तारों के समूह के बीच किसी एक तारे की ओर दिखाकर मां से पूछ लिया करती कि उस तारे का कोई नाम है क्या. ऋतु अपने भाई बहनों से हमेशा कहती हैं कि अपनी सीमा को तोड़कर आगे बढ़ने को इच्छुक रहना चाहिए.