जी हां सुल्तानपुर में डॉ घनश्याम त्रिपाठी हत्याकांड की कमान खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संभाली है। ब्राह्मण बनाम ठाकुर की सियासत न भड़क जाए। इसलिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पैनी नजर सुल्तानपुर पर है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने क्विक एक्शन लेकर मुख्यमंत्री ने विपक्ष पैदल कर दिया है। लेकिन टेंशन अभी भी बरकरार है, क्योंकि डॉ घनश्याम त्रिपाठी को न्याय दिलाने की मुहिम थमी नही है। 30 सितम्बर को सुल्तानपुर में सर्वादलीय ब्राह्मण सभा का ऐलान हो चुका है।
दरअसल डॉ घनश्याम त्रिपाठी हत्याकांड को लेकर सुल्तानपुर में जिस तरह की मुहिम शुरु हुई उससे भाजपा हाई कमान की उलझन बढ़ गयी। आपको बता दें कि, डॉ त्रिपाठी हत्याकांड मामले में भाजपा नेता ही विपक्ष की भूमिका निभाने निकल पड़े। एक तरह से सियासत ब्राह्मण बनाम ठाकुर की तरफ निकल पड़ी। लेकिन जैसे ही इस बात की खबर मुख्यमंत्री दफ़्तर तक पहुंच गई। फिर क्या था मुख्यमंत्री आदित्यनाथ एक्शन मोड में आ गए। बयान वीरों की क्लास लगी, समझाया गया ऐसा कोई बयान नहीं आना चाहिए, जिससे लोकसभा चुनाव पर असर पड़े। ठाकुर और ब्राह्मण के बीच खाई बढ़े।
यही नही मुख्यमंत्री ने सुल्तानपुर डीएम-एसपी को हॉट लाइन पर लिया। मुख्यमंत्री ने साफ फरमान जारी किया। डॉ घनश्याम त्रिपाठी हत्याकांड को लेकर कार्यवाही में कोई कोताही न बरती जाय। आरोपी अजय नारायण सिंह और उसके परिवार वालों की नाज़ायज़ सम्पतियों पर बुलडोजर चलाओ। जहां मिले जैसे मिले आरोपी अजय नारायण की गिरफ्तारी करो।
यही नहीं डॉ घनश्याम त्रिपाठी का अंतिम संस्कार करवाओ। परिवारवालों की जो मांगे हैं बिना लाग लपेट सब मान लो। खैर, मुख्यमंत्री के फरमान के बाद सुल्तानपुर के आला अफसर बिजली हो गए। बुलडोजर दौड़ पड़ा, पीड़ित परिवार की सभी मांगे मान ली गई। आरोपियों के बनाए भाजपा दफ्तर पर भी बुलडोजर चला। हत्यारोपी अजय नारायण सिंह पर 50 हजार का इनाम भी घोषित हुआ।
वहीं स्थानीय भाजपा नेताओं की जबान पर ताला भी लग गया। तीन दिन के अंदर एक भी भाजपा नेता का बयान नही आया है, सबने मीडिया से दूरी बना रखी है। हत्याआरोपी परिवार के खिलाफ अभी तक की कार्यवाही में बेशक़, मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ कसौटी पर खरे उतरे। लेकिन अब मुद्दा है गाड़ी पलटाएं तो जाने। फिलहाल लोक तंत्र में न रुकने का नाम सियासत है। इसलिए देखना है सुल्तानपुर में आने वाली 30 सितम्बर को प्रस्तावित ब्राह्मण समाज की सर्वदलीय जनसभा डॉ घन श्याम त्रिपाठी हत्याकांड को किस मोड़ पर ले जाती है।
फिलहाल सीएम योगी आदित्यनाथ ने डाक्टर हत्याकांड में उस इल्जाम को करारा जवाब दिया है। जिसमें कहा जाता था कि, सीएम योगी स्वजातीय पर एक्शन नहीं लेते। आरोपी स्वजातीय हो तो बुलडोजर नहीं चलवाते लेकिन इस मामले में योगी के एक्शन ने इल्जाम लगाने वालों को करारा जवाब दिया है।
ब्यूरो रिपोर्ट nttv bharat