जेल में बंद सपा के पूर्व विधायक आरिफ अनवर हाशमी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. जिला प्रशासन ने पूर्व विधायक आरिफ अनवर हाशमी को भू-माफिया घोषित कर दिया है. यही नहीं पूर्व विधायक माफिया गैंग के लीडर भी चिह्नित किए गए हैं. जिला प्रशासन ने जो भू माफिया गैंग चिह्नित किया है, उसमें तीन और सदस्य शामिल हैं. यह तीनों सदस्य मारूफ अनवर हाशमी, आबिद अनवर हाशमी और निजामुद्दीन सपा के पूर्व विधायक आरिफ अनवर हाशमी के भाई हैं.
पूर्व विधायक और उनके भाइयों पर धोखाधड़ी और कूट रचित दस्तावेजों के सहारे अभिलेखों में हेराफेरी कर सरकारी और निजी जमीन को हड़पने का आरोप है. बीते दो महीने में पूर्व विधायक और उनके भाइयों पर पांच मुकदमें दर्ज किए गये थे. हालांकि एक मामले में पूर्व विधायक आरिफ अनवर हाशमी को न्यायालय से जमानत मिल गई है, लेकिन दो अन्य मामलों में दोषी पाए जाने पर पुलिस ने पूर्व विधायक को जेल में ही निरुद्ध रखने के लिए न्यायालय के समक्ष प्रार्थना पत्र सौंपा है. वर्ष 2018 में दर्ज एक मुकदमे में जांच में दोषी पाए जाने पर पूर्व विधायक को पांच सितंबर 2020 को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था.
इस मुकदमे में उन पर सरकारी खलिहान की जमीन कब्जा करने और उस पर निजी किसान बालिका इंटर कॉलेज खड़ा करने का आरोप है. हाल ही में जिलाधिकारी ने पूर्व विधायक पर दर्ज मुकदमों की जांच के लिए राजस्व टीम का गठन किया था. राजस्व टीम की जांच में पूर्व विधायक और उनके भाइयों को दो और मुकदमों में दोषी पाया गया है. पहले प्रकरण में पूर्व विधायक खेल के मैदान की जमीन को अवैध रूप से निजी कॉलेज में मिलाने के दोषी पाए गये, जबकि दूसरे प्रकरण में तालाब और बंजर जमीन पर अवैध रूप से कब्जा करने का दोषी पाया गया है. राजस्व की टीम की जांच रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने दोनों मुकदमों में जेल में निरुद्ध पूर्व विधायक आरिफ अनवर हाशमी को आगे भी जेल में रखने न्यायालय में प्रार्थना पत्र दिया है.
आरिफ अनवर हाशमी 2007 में पहली बार सादुल्लाह नगर विधानसभा क्षेत्र से और दूसरी बार 2012 में उतरौला विधानसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के विधायक रह चुके हैं. जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश ने बताया कि पूर्व विधायक आरिफ अनवर हाशमी पर जितने भी मुकदमें दर्ज हुए थे. उन सब में धोखाधड़ी कर कूट रचित दस्तावेजों के सहारे सरकारी और निजी भूमि हड़पने के आरोप थे इसकी जांच के लिए राजस्व टीम गठित की गई है. राजस्व टीम की जांच में बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी कर जमीन को हड़पने के मामले सामने आने पर भू माफिया गैंग चिह्नित किया गया है.