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UP : विधानसभा में बोले CM योगी- हमने वचन निभाया, मंदिर वहीं बनाया, जो कहते है करते है

UP : विधानसभा में बोले CM योगी- हमने वचन निभाया, मंदिर वहीं बनाया, जो कहते है करते है

लखनऊ : यूपी विधानसभा के बजट सत्र के अभिभाषण में आज सीएम योगी बोले। अपने भाषण के दौरान सीएम योगी ने विपक्ष पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि 22 जनवरी 2024 को यूपी का दृश्य सबने देखा है, यूपी को पूरी दुनिया ने देखा है। पूरा भारत वर्ष गौरवांवित था। सभी की आंखों में आंसू थे।ये मेरा सौभाग्य है कि उस आयोजन में प्रत्यक्ष रूप से था। वहां के वातावरण को अच्छे से समझ सकता था। पीएम मोदी, संतों और आचार्यों की उपस्थिति थी। ये अद्भुत वातावरण था। आज ये उत्तर प्रदेश बदला है। इस प्रदेश में जहां पहले कोई आना नहीं चाहता था, आज सब यहां आने को आतुर दिखाई देते हैं।

सब व्यक्ति के मन में एक भाव था कि अयोध्या हम सबको चलना चाहिए। ये अद्भुत और अलौलिक था. लोग गौरवांवित इस वजह से थे कि इतने लंबे समय से चल रहा विवाद बड़े ही शांतिपूर्वक तरीके से खत्म हो गया। अब वहां रामलला विराजमान हैं. रामलला ने खुद अपनी लड़ाई लड़ी। सीएम योगी ने कहा कि हमें प्रसन्नता इस बात की है कि, “प्रभु वहां विराजमान हुए हैं। हमने अपना वचन निभाया है और मंदिर वहीं बनाया है। ”

CM योगी ने विधानसभा में महाभारत की चौपाई सुनाई

सीएम योगी ने कहा कि अयोध्या के साथ अन्याय हुआ। जब हम अन्याय की बात करते हैं तो हमको पांच हजार वर्ष पुरानी बात याद आती है। सीएम योगी ने महाभारत की एक चौपाई का जिक्र करते हुए कहा कि। जब कृष्ण कौरवों के पास गये थे और कहा था कि, “बस दे दो केवल 5 ग्राम, रखो अपनी धरती तमाम, हम वही खुशी से खाएंगे, परिजन पर असी न उठाएंगे। ” लेकिन, दुर्योधन वह भी दे न सका. असीस समाज की ले न सका। ”

सीएम योगी ने आगे कहा कि यही तो हुआ अयोध्या, काशी और मथुरा के साथ। हमने तो यही कहा था. भगवान श्रीकृष्ण ने यही तो कहा था कि, “देना है तो आधा दो, लेकिन इसमें भी यदि बाधा हो तो दे दो केवल पांच ग्राम.” उन्होंने 5 ग्राम की बात की, लेकिन यहां का समाज, यहां की आस्था केवल तीन की ही बात कर रहे थे, ये तीन ही भूमि तो हैं, जो हमारी आस्था का केंद्र हैं, लेकिन जब राजनीति का तड़का लगने लगता है और वोट की राजनीति होती है, वहीं से विवाद होता है।

अयोध्या का उत्सव देख नंदी बाबा नहीं मानें…

सीएम योगी ने कहा कि भारत का बहुसंख्यक समाज गिड़गिड़ाए, ऐसा पहली बार हुआ, आजादी के बाद ही हो सकता था। अयोध्या का उत्सव जब हमारे नंदी बाबा ने देखा तो कहां मानने वाले थे, रात्रि में बैरिकेडिंग तुड़वा डाले. इसके बाद हमारे कृष्ण कन्हैया कहां मानने वाले हैं। सीएम योगी ने कहा कि नोएडा और बिजनौर के बारे में भी बताया गया था कि वहां पर मुख्यमंत्री नहीं जाते हैं तो मैंने पूछे क्यों? तो लोगों ने बताया कि वहां कोई मुख्यमंत्री जाता है तो वह कुर्सी से उतर जाता है। इस पर मैंने कहा कि जब व्यक्ति शाश्वत नहीं है तो कुर्सी कैसे शाश्वत उतार सकती है।

पहले की सरकार भी अयोध्या में एयरपोर्ट और सड़कें बनवा सकती थी लेकिन..

सीएम योगी ने कहा कि हम लोगों ने कोई भेद नहीं किया, लेकिन अयोध्या नगरी को प्रतिबंधों के दायरे में पिछली सरकारों में लाया गया था। अयोध्या कुंछिप्त मंशा से अभुविक्त थी। अब अयोध्या में जो हुआ, वो पहले भी हो सकता था। विकास पहले हो सकता था, सडकें चौड़ी हो सकती थीं, एयरपोर्ट बन सकता था। मथुरा, काशी, वृंदावन के विकास को अवरुद्ध कर दिया गया। हमारी आस्था थी, नीति साफ थी, नियत भी स्पष्ट थी. हम अयोध्या और काशी तो गए ही, नोएडा और बिजनौर भी गए।

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