Lucknow News: राजधानी लखनऊ में तैनात एसआई माजिद फारूकी के खिलाफ सीएम विंडो डीजीपी मुख्यालय और पुलिस कमिश्नर लखनऊ में भेजी शिकायत में शिकायतकर्ता ने आरोप लगाते हुए कहा है की 8 सितंबर 2023 को जिस दिन मेरे ऊपर जानलेवा हमला हुआ गोली मारी गई, उस दिन घटना से ठीक पहले ही एसआई माजिद फारूकी का फोन कॉल आता है पूछा जाता है “तुम ठीक तो हो ना” कोई दिक्कत तो नहीं है। इससे यह साफ होता है कि माजिद फारुकी गोली चलाने वाले लोगों को जानते थे। माजिद फारूकी ने गोली चलाने दबंगो का सहयोग किया है।
दारोगा पर बदमाशों की जगह दूसरे लोगों को जेल भेजने का इल्जाम
वही पीड़ित कुंदन का कहना है की मेरे ऊपर गोली चलाने वालों की जगह दूसरे दो लोगो को जेल भेजा गया है।इतना ही नही शिकायती पत्र में कहा गया है कि मेरी तहरीर में नामजद एक आरोपी अभी भी खुलेआम घूम रहा है जिस पर बिजनौर पुलिस कार्यवाई नही कर रही है। जिसके कारण मुझे जान माल का खतरा बना रहता है।मेरे ऊपर चली गोली कांड की घटना के करीब एक साल पहले मुझसे रंगदारी मांगी गई थी और न देने पर मेरी हत्या कराने की बात कही थी जिसका मुकदमा भी बिजनौर थाने में दर्ज है पुलिस में मामले में चार्जशीट भी लगाई थी।बीट इंचार्ज माजिद फारुखी पर ये भी आरोप लग रहे है कि जिस प्रॉपर्टी के विवाद के मामले की वह विवेचना कर रहे थे उसी मामले में फाइनल रिपोर्ट लगाकर कीमती जमीन अपने भाई के नाम करवाने का मामला भी अब तूल पकड़ता नज़र आ रहा है।माजिद फारुखी की आय से अधिक सम्प्पति की शिकायत भी की गई है।