INDIA Alliance News: समाजवादी पार्टी और कांग्रेस में जारी घमासान में नया मोड़ आ गया है. एमपी के विधानसभा चुनाव में सीटों का बंटवारा न होने से नाराज अखिलेश यादव ने INDIA गठबंधन से बाहर हो जाने की धमकी दे दी. उसके बाद से ही समाजवादी पार्टी और कांग्रेस की तरफ से मामले को शांत करने की कोशिशें भी तेज हो गई हैं. यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने अखिलेश से अपील की है कि उन्हें गाली दीजिए, लेकिन बीजेपी को हराने के लिए कांग्रेस का समर्थन करिए. समाजवादी पार्टी की तरफ से भी अब बीच बचाव का प्रयास शुरू हो गया है. पार्टी के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव ने कहा है कि INDIA गठबंधन को अभी कोई खतरा नहीं है.
यूपी के शाहजहॉपुर में इन दिनों समाजवादी पार्टी का ट्रेनिंग कैंप चल रहा है. वहां जाने से पहले समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अजय राय का नाम लिये बगैर उन्हें चिरकुट कह दिया.
कांग्रेस के व्यवहार से नाराज अखिलेश यादव ने कहा कि कांग्रेस ने हमें बेवकूफ बनाया. हमारे साथ धोखा हुआ. रात एक बजे तक मीटिंग चली, लेकिन अगले दिन सूची जारी हुई थी तो हमे एक भी सीट नहीं दी गई. कांग्रेस के लोग बीजेपी से मिले हुए हैं.
अखिलेश के गुस्से से कांग्रेस बैकफुट पर
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री के बयान की खबर दिल्ली में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं तक भी पहुंची. फिर दिल्ली से अजय राय के पास माहौल ठीक करने का मैसेज आया. इसके तुरंत बाद यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय के तेवर ढीले पड़ गए. उन्होंने कहा कि गठबंधन राष्ट्रीय स्तर पर होगा या प्रदेश स्तर पर, इसकी मुझे जानकारी नहीं है.
एमपी के विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी में सीटों का बंटवारा करने पर सहमति बनी थी. सीटों के तालमेल को लेकर एमपी कांग्रेस के अध्यक्ष और अखिलेश यादव में कई दौर की बातचीत भी हुई.
अखिलेश यादव का दावा है कि कमलनाथ ने उन्हें विधानसभा की छह सीटें देने का वादा किया था. इसके बाद हमने अपनी पार्टी के नेताओं को कमलनाथ से मिलने को भी कहा था. पर अचानक रविवार 15 अक्टूबर को कांग्रेस ने एमपी में अपने 144 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी. इनमें से कुछ ऐसी भी सीटें थीं, जिन पर समाजवादी पार्टी का दावा था. कुछ ही घंटों बाद लखनऊ से अखिलेश यादव ने भी नौ उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया.
अखिलेश को मनाने में जुटी कांग्रेस
कांग्रेस के एकतरफा फैसले से अखिलेश यादव का गुस्सा सातवें आसमान पर है. INDIA गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए है, इसका विधानसभा चुनाव से कोई मतलब नहीं है, कमलनाथ के इस बयान ने आग में घी डालने का काम किया. इसका जवाब अखिलेश यादव ने भी दिया.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने एमपी चुनाव में जो हमारे साथ किया अब वही काम हम भी उनके साथ लोकसभा चुनाव में करेंगे. इस पर अजय राय ने ये कह दिया कि कांग्रेस यूपी में लोकसभा की सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. यहीं से बात बहुत बिगड़ गई.
समाजवादी पार्टी ने 18 अक्टूबर को एमपी चुनाव के लिए 22 और उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. अखिलेश यादव के बयान पर कांग्रेस के किसी भी बजे नेता ने अब तक कोई टिप्पणी नहीं की है.
पार्टी के राज्य सभा सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी साथ-साथ हैं. कमोबेश यही बात समाजवादी पार्टी के राज्य सभा सांसद रामगोपाल यादव भी कह रहे हैं. अब दोनों ही तरफ से डैमेज कंट्रोल की कोशिशें तेज हो गई है. दोनों ही पार्टियों के नेता अब एक सुर में कह रहे हैं कि हमारा लक्ष्य तो बीजेपी को हराना है.