मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के नेताओं को अपनी ही पार्टी में भीतरघात का डर सताने लगा है. उन्हें विरोधी पार्टी की रणनीति से ज्यादा चिंता अपनी ही पार्टी के नेताओं की बगावत की है. पिछले चुनाव में पार्टी इस बगावत का खामियाजा भुगत चुकी है. इसलिए इस बार होने जा रहे विधानसभा चुनाव में कोई रिस्क नहीं लेना चाहती. इसी क्रम में दमोह में कांग्रेस के नेताओं का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. वीडियो में टिकट के सभी दावेदार एक मंदिर में खड़े हैं.
वह अपने हाथों में गंगाजल लेकर शपथ ले रहे हैं कि टिकट चाहे जिसको मिले, सभी एकजुट रहेंगे. बता दें कि चुनावी तारीख जैसे जैसे करीब आ रही है, सभी राजनीतिक दल पूरी ताकत के साथ चुनाव प्रचार में लग गए हैं. आरोप प्रत्यारोप के साथ सियासी पारा चढ़ गया है. एक एक सीट के लिए सभी दल समीकरण बनाने में जुटे हैं. जनता के सामने कसमें वादे भी खूब हो रहे हैं. लेकिन वायरल वीडियो जनता के सामने का नहीं, बल्कि मंदिर के अंदर और भगवान के सामने का है.
वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि कांग्रेस पार्टी में टिकट के सभी दावेदार हाथ में गंगाजल लेकर खड़े हैं. पुजारी के कहने पर वह दोहराते हैं कि टिकट किसी को भी मिले, कोई बगावत नहीं करेगा. चुनाव में सभी एकजुट रहेंगे. दरअसल 2018 के चुनाव में दमोह में पार्टी को भीतरघात का सामना करना पड़ा था. टिकट नहीं पाने वाले नेताओं की बगावत की वजह से पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था.
बता दें कि जिले की पथरिया सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने की इच्छा रखने वाले नेताओं की फेहरिस्त काफी लंबी है. यह स्थिति उस समय है जब साल 2018 के आम चुनाव में यहां से कांग्रेस तीसरे चौथे नम्बर पर रही थी. बताया जा रहा है कि कांग्रेस नेताओं में फूट की वजह से बीएसपी की चर्चित और दबंग नेता रामबाई सिंह ने जीत हासिल की थी.