लिवर को स्वस्थ रखने के लिए कई तरह के तरीकों को अपनाया जा सकता है और इन्ही में शामिल है पालक का जूस। वैसे इसके अलावा आप अपने लिवर को स्वस्थ रखने के लिए अन्य कई जूस पी सकते हैं और आज हम आपको उनको बनाने की विधि बताने जा रहे हैं।
पालक का जूस बनाने की विधि- पालक, सेब और सेलेरी (या ककड़ी) को धो ले। उन्हें बड़े टुकड़ों में काट लें। उसके बाद एक मिक्सी की बड़ी जार में 3/4 कप पानी डालें। उसमे सेब और सेलरी (या ककड़ी)डालें। उसके बाद पालक और नींबू का रस डालें। अब उसे पीस लें। उसके बाद जब तक फल का कोई हिस्सा ना रहे तब तक पीस लें। इसके बाद एक बड़े पतीले या कटोरे के ऊपर एक छलनी रखें। उसके ऊपर यह पिसा हुआ मिश्रण डालें। अब मिश्रण को एक चमचे से अच्छी तरह से दबाये ताकि सारा रस निकल जाये। बचा हुआ पल्प फैंक दे या उसका पराठे का आटा गूंधने में उपयोग करें। लीजिये तैयार है पालक का रस, अब जूस को एक गिलास में डालें और परोसें।
चुकंदर का जूस बनाने की विधि- सबसे पहले आप चुकंदर, गाजर व अदरक को अच्छे से धोकर छील लें और फिर इन्हें बड़े-बड़े टुकड़ों में काट लें। अब इन सभी टुकड़ों को एक साथ मिक्सर जार में डालकर जूस बना लें। लीजिये तैयार है आपका चुकंदर का जूस अब नींबू का रस निचोड़कर और नमक डालकर पी लें।
संतरे का जूस बनाने की विधि- संतरे को पहले धो ले फिर उसके आधे टुकड़े कर ले। अब उसको जूसर में दाल दें और जूस निकाल ले और छलनी से छान लें। इसके बाद उसके अंदर नींबू का रस काला नमक और काली मिर्च पाउडर डालें और पी लें।
गाजर का जूस बनाने की विधि- गाजर को मिक्सर में मुलायम मिश्रण होने तक अच्छे से पिसते रहेंगे। उसके बाद गाजर के जूस को छन्नी से छानकर अलग करेंगे। अब गाजर का छिलका बचा है तो आप उसे फेंकिए मत आप उसमें धनिया मिर्च मसाला डालकर और आटा डालकर उसके परांठे बना सकते है। रस में 2-3 चम्मच नींबू का रस डालेंगे और चुटकी भर नमक डालेंगे। इसके अलावा आप इसमें काले नमक का उपयोग भी कर सकते है।