लखनऊ में एक अस्पताल में कोरोना पॉजिटिव मृतक का शव बदलने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. मामले की जानकारी मिलने के बाद परिजनों ने श्मशान घाट पर जमकर हंगामा किया. बवाल के एक दिन बाद अस्पताल प्रशासन ने शव ढूंढ कर परिजनों को सुपुर्द किया. परिजनों ने आरोप लगाया कि मृतक की बॉडी से चेन, कैश और सोने की अंगूठी गायब है. फिलहाल, आनन-फानन में जिलाधिकारी ने इस पूरी घटना के लिए मजिस्ट्रेट के जांच के आदेश दिए हैं.
जानकारी के मुताबिक यतींद्र कुमार तिवारी को कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद लखनऊ-कानपुर रोड पर स्थित टीएस मिश्रा अस्पताल में एडमिट कराया गया था. लखनऊ के कृष्णानगर में रहने वाले 65 वर्षीय यतींद्र कुमार तिवारी रेलवे कर्मचारी थे. उन्हें 5 दिन पहले अस्पताल में एडमिट कराया गया था, जहां उनकी उनकी मौत गई.
इसके बाद उनके शव को परिजनों को सौंप दिया गया. परिजन शव लेकर श्मशान घाट पहुंचे. बेटे को पीपीई किट पहनकर पिता के शव को दिखाया गया. लेकिन बेटा यह देख कर बेसुध हो गया कि यह शव उनके पिता का नाम होकर किसी अन्य पुरुष का था.
परेशान परिजनों ने श्मशान घाट पर बवाल काटना शुरू कर दिया. मौके पर पहुंची पुलिस ने पूरे मामले को शांत कराया. हालांकि बवाल के बाद अस्पताल प्रसाशन ने शव को ढूंढ कर परिजनों को सौंपा. इसके बाद जिला प्रशासन ने आनन फानन में टीएसएम मेडिकल कॉलेज में जांच के आदेश दिए
जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश के मुताबिक टीएसएम मेडिकल कॉलेज में शव बदलने का मामला सामने आया था. उनके परिजनों ने जिला प्रशासन को सूचित किया था. मामले का संज्ञान लेते हुए इस घटना के लिए मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं. परिजनों के अनुसार, टीएसएम मेडिकल कॉलेज ने शव सौंप दिया था और यह भी नहीं देखा कि यह डेड बॉडी किसकी है. बाद में जब हम श्मशान घाट पर शव को लेकर पहुंचे तब असलियत पता चली. जिला अधिकारी और सीएमओ से शिकायत की गई. एक दिन बाद असली शव मिला. परिजनों ने आरोप लगाया कि मृतक की बॉडी से चेन, कैश और सोने की अंगूठी गायब है.