बदायूं : उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। यहां एक ही दिन में परिवार के दो लोगों की मौत हो गई। शुक्रवार को मां की मौत के बाद बेटे ने शव से लिपटकर भी दम तोड़ दिया। एक ही दिन में पत्नी व बेटे की मृत्यु के बाद पति दोनों के शवों को छोडकर घर से बाहर चला गया। पुलिस के कहने के बाद भी अंतिम संस्कार करने को राजी नहीं हुआ।
इंस्पेक्टर मनोज कुमार के फोन करने पर दिल्ली से मृतका के देवर ने शुक्रवार को कछला गंगा घाट पर अंतिम संस्कार कराया। शव को मुखाग्नि मूक-बधिर बेटे ने दी है। पति दूर खड़ा दोनों के शव को जलते हुए देखता रहा। पति ने न शवों को कांधा तक नहीं दिया। न ही उस पर हाथ लगाऐ।
काफी दिनों से बीमार थी पत्नी
बदायूं के मोहल्ला किलाखेडा के रहने वाले पुरूषोत्तम श्रीवास्तव उर्फ भूरे के परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। शुक्रवार सुबह 55 वर्षीय पत्नी कमलेश की बीमारी के चलते मौत हो गई। कुछ ही घंटों बाद मां के शव से लिपटकर रोते-रोते 22 वर्षीय बेटे दीपक की भी मौत हो गई।
दुखी पिता ने दोनों के शवों को नहीं लगाया हाथ
पीड़ित भूरे दोनों की मृत्यु के बाद घर से कहीं चला गया। पड़ोसी की सूचना पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने काफी खोजबीन कर भूरे को बुलाया, मगर वह किसी कीमत पर शवों के अंतिम संस्कार करने को राजी न हुआ। इसके बाद पीड़ित भूरे फिर गायब हो गया। घर पर मां-बेटे के दोनों शव ऐसे ही पड़े रहे।
पालिका सदस्य आकाश शर्मा ने बताया कि दोनों काफी दिनों से बीमार थे। इंस्पेक्टर मनोज कुमार सिंह ने मोबाइल से मृतका के देवर राकेश श्रीवास्तव को अंतिम संस्कार की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए दिल्ली से बुलाया। ये दुखद खबर सुनते ही राकेश दिल्ली से परिवार सहित आ गया। दोनों के अंतिम संस्कार किया। दोनों के शवों को मुखाग्नि मूक-बधिर कुलदीप ने दी है।