Breaking News

Deoria By-Election Result: डॉ सत्य प्रकाश मणि त्रिपाठी ने बड़े अंतर से लहराया BJP का परचम

देवरिया. उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव में देवरिया सदर सीट (Deoria Sadar Seat) पर बीजेपी के डॉ सत्य प्रकाश मणि त्रिपाठी ने बड़े अंतर से जीत हासिल कर ली है. उन्होंने करीब 19 हजार से ज्यदा मतों से जीत की खबर है. हालांकि जीत की आधिकारिक घोषणा होनी बाकी है. उधर निर्णायक बढ़त के बाद कार्यकर्ता ढोल नगाड़ों के साथ सत्य प्रकाश के घर पहुंच गए और जश्न शुरू हो गया. इस दौरान सत्य प्रकाश त्रिपाठी ने जीत का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दिया. उन्होंने कहा कि देवरिया की जनता ने जो उन पर भरोसा जताया है, वह उस खरा उतरने की पूरी कोशिश करेंगे. अगले विधानसभा चुनाव में कम समय है लेकिन वह कार्ययोजना बनाकर पानी निकासी आदि की समस्या को प्राथमिकता पर सुधारेंगे.

धीरे-धीरे बढ़ती गई लीड

इससे पहले 20वें दौर के बाद बीजेपी उम्मीदवार की बढ़त 10 हजार के पार चली गई. बीजेपी प्रत्याशी को अब तक 38719 वोट मिले, वहीं सपा प्रत्याशी को 28409 वोट मिले. इससे पहले 14वें दौर के बाद बीजेपी प्रत्याशी डॉ सत्यप्रकाश मणि त्रिपाठी ने करीब 5500 वोटों से बढ़त बनाई हुई थी. दूसरे नंबर पर सपा प्रत्याशी डॉ सत्यप्रकाश मणि त्रिपाठी को 23992 वोट मिले. सपा प्रत्याशी ब्रह्माशंकर त्रिपाठी को 18423 वोट मिले.

देवरिया सदर विधानसभा सीट विधायक जन्मेजय सिंह का निधन हो जाने से रिक्त हुई है. बता दें देवरिया उपचुनाव में इस बार सभी प्रमुख पार्टियों ने त्रिपाठी प्रत्याशी पर ही किस्मत आजमाई है. देवरिया सदर सीट बीजेपी प्रत्याशी डॉ सत्यप्रकाश मणि त्रिपाठी बैतालपुर के उद्योपुर गांव के मूल निवासी है. लंबे समय से बीजेपी में हैं और उनके परिवार में कई शिक्षाविद् हैं. जिला पंचायत सदस्य के रूप में कार्य करने का अवसर इन्हें मिल चुका है. वहीं समाजवादी पार्टी से उम्मीदवार ब्रह्माशंकर त्रिपाठी 5 बार कसया और कुशीनगर से विधायक रह चुके हैं. 2 बार कैबिनेट मंत्री रहे.

बसपा से अभयनाथ त्रिपाठी प्रत्याशी हैं. 2017 के विधानसभा चुनाव में वह बसपा से मैदान में थे लेकिन जीत हासिल नहीं कर सके. वह पेश से सिविल कोर्ट में अधिवक्ता भी हैं. वहीं कांग्रेस के मुकुंद भास्कर मणि त्रिपाठी पुराने कांग्रेसी नेता हैं.

29 साल बाद कोई ब्राह्मण जीतेगा

देवरिया सदर सीट ब्राह्मण बाहुल्य मानी जाती है. इस सीट पर 29 साल बाद कोई ब्राह्मण उम्मीदवार चुनाव जीत दर्ज करेगा. इस सदर सीट से 1989 में ब्राम्हण उम्मीदवार राम छबीला मिश्रा जनता दल से चुनाव जीते थे. जिसके बाद से अभी तक कोई भी ब्राह्मण प्रत्याशी इस सीट से चुनाव नहीं जीता है.

ये हैं मुद्दे

देवरिया सदर सीट पर बिजली, सड़क, पानी और जलजमाव की समस्या छाए रहे. इसके अलावा चीनी मिल लगाना एक बड़ा मुद्दा बना रहा. बेरोजगारी और पलायन एक बड़ी समस्या सामने आई है. देवरिया सदर सीट पर उत्तर प्रदेश सरकार के एक दर्जन से अधिक कैबिनेट मंत्री, मुख्यमंत्री, दोंनो डिप्टी सीएम ने प्रचार किया. इसके अलावा बीजेपी के एक दर्जन से अधिक विधायक और सांसद लगे रहे. वहीं बहुजन समाज पार्टी से सतीश चंद्र मिश्रा के अलावा कई बसपा के नेताओं ने जनसभाएं की. समाजवादी पार्टी से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय, सपा के कई पूर्व मंत्री और आसपास के समाजवादी पार्टी के नेताओं ने जनसभाएं की.