देवरिया हत्याकांड इन दिनों खबरों की दुनिया में लगातार चर्चा में बना हुआ है। अब इसी बीच एक और बड़ी खबर सामने आ रही है। फतेहपुर गांव में पुलिस और ग्रामीण आमने-सामने आ गए। दरअसल बात ये है कि प्रशासन की टीम प्रेमचंद यादव के घर पर जब पैमाइश करने पहुंची तो इस दौरान सैकड़ों की तादात में लोगों की भीड़ जमा हो गई। लोगों ने पैमाइश जमकर विरोध करना शुरू कर दिया, माहौल इतना ज्यादा बिगड़ गया कि पुलिस फोर्स की मदद लेनी पड़ी। इसके बाद पुलिस ने लोगों को खदेड़ा। इस दौरान की कई तस्वीरें और वीडियो भी सामने आया है जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
सिर्फ इतना ही नहीं फतेहपुर गांव की सीमाओं को पुलिस ने सील कर दिया है। इस गांव में किसी भी बाहरी आदमी की एंट्री पर रोक लगा दिया है। मीडिया को भी बाहर रोक दिया है। पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में ले लिया है। बता दें कि पुलिस ने प्रेम यादव के परिवार से मिलने जा रहे सपा के नेताओं को भी बाहर रोक दिया है जिसकी वजह से तीखी नोकझोंक भी हुई है।
गौरतलब है कि इससे पहले भी प्रशासन ने प्रेमचंद यादव के घर और खेत की पैमाइश की थी। इस दौरान अवैध कब्जा मिला था, जिसकी वजह से प्रेमचंद यादव के घर पर नोटिस चिपकाया गया था। इसके अलावा अवैध कब्जे का 32 हजार रूपए जुर्माना जमा कराने को कहा था। इसके बलावा प्रेमचंद यादव के घर पर बुल्डोजर चलाने की आशंका जताई गई थी।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बीते 2 अक्टूबर को जमीनी विवाद में 6 लोगों की हत्या हुई थी। प्रेमचंद यादव की हत्या के बाद गुस्साए परिवार ने सत्य प्रकाश दुबे के घर में घुसकर 5 लोगों की हत्या कर दी थी। जिसमे सत्य प्रकाश दुबे, उनकी पत्नी दो बेटियां और बेटा था।