उत्तर प्रदेश के देवरिया का फतेहपुर गांव…आज इस गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है. यहां दो गुटों के बीच के जमीन विवाद ने 6 जिंदगियां निगल लीं, जिनमें तीन बच्चे भी शामिल हैं. सत्यप्रकाश दुबे का तो पूरा परिवार ही खत्म हो गया. आरोपियों ने सत्यप्रकाश के परिवार के हर सदस्य को चुन-चुन कर मारा. यह तांडव लगभग आधे घंटे तक चलता रहा.
जब आरोपी सत्यप्रकाश के घर पहुंचे तो उस समय उसके साथ उसकी पत्नी और तीन बच्चे भी मौजूद थे. सत्यप्रकाश को घसीट कर घर से बाहर निकाला और धारदार हथियार से वार कर उसकी हत्या कर दी. वहीं पर उसकी पत्नी और बच्चे भी मौजूद थे. उन्होंने आरोपियों से सत्यप्रकाश पर रहम की गुहार लगाई. लेकिन भीड़ पर तो जैसे खून सवार था, उन्हें बस बदला चाहिए था.
पहले सत्यप्रकाश को मारा
सत्यप्रकाश की हत्या के बाद भी आरोपियों का मन नहीं भरा. सत्यप्रकाश की पत्नी और तीन बच्चे सलोनी, नंदिनी और गांधी पर भी हमला बोल दिया. हालांकि, तीनों बच्चें आरोपियों से जान बख्शने की भीख मांगते रहे, लेकिन किसी को भी दया नहीं आई. 8 साल का अनमोल भी वहीं पर था, वह रोने लगा. लेकिन, किसी को उस पर दया नहीं आई. उस पर भी हमला किया. उसकी हालत गंभीर है. उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
क्या है विवाद
हत्या के पीछे की वजह सालों पुराना जमीन विवाद है. दोनों में पहले भी जमीन को लेकर कई बार कहासुनी हुई थी, लेकिन ऐसा हो जाएगा, इसका किसी को अनुमान नहीं था. हालांकि, आज सुबह से ही फतेहपुर में तनाव कायम था. क्योंकि सुबह ही पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेम यादव की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी.
पुलिस मौके पर पहुंची
हालांकि, प्रेम यादव की हत्या के बाद भीड़ सत्य प्रकाश के घर आ धमकी. इसके बाद जो नरसंहार हुआ, उससे फतेहपुर कांप गया. हालांकि, घटना की सूचना मिलते ही भारी संख्या में पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस के पहुंचने से पहले ही आरोपी गांव छोड़कर भाग गए. पुलिस की कई टीमें गांव में गश्त कर रही हैं.
गांव में सन्नाटा पसरा
वहीं, गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है. घटना को लेकर कोई भी ग्रामीण कुछ भी नहीं बता रहा है. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आरोपियों की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है. एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने सभी मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.