इटावा जिले के लवेदी थाना से एक दिल दहलाने वाला मामला सामने आया हैं. इटावा जिले के लवेदी थानाक्षेत्र अंतर्गत पहाड़पुर गांव में 22 साल की युवती का तालाब से शव मिलने पर पुरे गांव में हड़कंप मच गया है. युवती के परिजनों का आरोप है कि, युवती के साथ रेप किया गया और उसके बाद हत्या कर शव को तालाब में फेंक दिया है.
तालाब में युवती का शव मिलने की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंच कर पुलिस टीम ने शव को बाहर निकाला. आपको बता दें कि, गांव वालों ने पुलिस की इस कार्रवाई का विरोध यह कह कर किया कि पहले संभावित हत्यारों की गिरफ्तारी की जाए और उसके बाद शव को तालाब से निकाला जाए. युवती का शव मिलने के बाद इटावा मुख्यालय से पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ओमवीर सिंह, पुलिस उपाधीक्षक भरथना चंद्रपाल सिंह समेत कई पुलिस अफसर फॉरेंसिक टीम के साथ में मौके पर पहुंचे और शव को निकालने के बाद परीक्षण के लिए भेज दिया. पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ओमवीर सिंह ने घटना के बारे में बताया कि 20 नवंबर को सुबह यह युवती अपने घर से शौच के लिए निकली थी और उसके बाद से वह लापता थी.
सर्दियों में जरूर खाएं लहसुन, दूर रहेगी कई बीमारियां
पुलिस की कार्रवाई आरोपियों के खिलाफ अलम-
इसके बाद परिजनों ने 21 नवंबर को युवती की गुमशुदगी की रिपोर्ट लवेदी थाने में दर्ज कराई थी. परिवार वालों ने गांव के ही कई लोगों पर युवती के साथ रेप और हत्या की वारदात को अंजाम देने का शक जताया है. इसके बाद से पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है. पुलिस ने इस मामले में पूछताछ के लिए कई लोगों को बुलाया था, लेकिन किसी से कुछ खास जानकारी हासिल नही हो पाई है. पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि युवकी के साथ रेप हुआ है या नहीं. साथ ही उसकी हत्या किस तरह से की गई है. उसी आधार पर पुलिस की कार्रवाई आरोपियों के खिलाफ अमल में लाई जाएगी.
एक महिला समेत तीन लोगों पर शक-
मृतक लड़की के भाई संजय ने बताया कि उसको शक है कि उसकी बहन की गैंगरेप के बाद हत्या की गई है और शव के तालाब में फेंका गया है. संजय ने पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है. संजय का मानना है कि पुलिस की लापरवाही के कारण उसकी बहन की आरोपियों ने हत्या कर दी है और शव को तालाब में फेंक दिया. संजय ने बताया कि उसकी बहन के लापता होने के बाद एक महिला समेत तीन लोगों पर शक जताया गया था, जिनसे बारी-बारी से पूछताछ भी हुई, लेकिन उनको थाने से छोड़ दिया गया. संजय ने बताया कि 20 नंबवर से अपनी बहन को खोजने में कई लोगों के बारे में जानकारी मिली सभी की जानकारी पुलिस को दी, लेकिन कोई सही ओर सटीक कार्रवाई नहीं की गई है.