Kanpur Kushagra Murder Case: कानपुर के चर्चित कुशाग्र कनोडिया हत्याकांड के बाद अब पीड़ित परिवार ने अपना दर्द साझा किया है. कहा कि वह पहले अपना बेटा खो चुके हैं, अब किसी को उसके चरित्र हनन का अधिकार नहीं है. मिडिया से बात करते हुए परिवार ने कहा कि अब तक पुलिस हत्या के कारण तक नहीं ढूंढ पायी है. बस अर्नगल आरोप लगाए जा रहे हैं. कुशाग्र के पिता और कानपुर के कपड़ा व्यापारी मनीष कनोडिया ने कहा कि उनके बेटे को पैसे के लिए अगवा किया गया था.
हालांकि इस मामले में पुलिस की थ्यौरी कुछ अलग ही है. पुलिस ने इस मामले में कुशाग्र की ट्यूशन टीचर रचिता के साथ ही उसके प्रेमी प्रमोद और दोस्त शिवा को अरेस्ट किया है. यह तीनों जेल भेज दिए गए हैं. पुलिस इस हत्याकांड को प्रेम प्रसंग से जोड़ कर देख रही है. जबकि कुशाग्र के परिवार वाले पुलिस की थ्यौरी से बिल्कुल भी इत्तफाक नहीं रखते.
कुशाग्र के परिवार ने कहा की कई तरह की रिपोर्ट्स सामने आई हैं. इसमें उनके बेटे के चरित्र पर लांछन लगाया जा रहा है. यह गलत है और उनका बेटा बिलकुल ऐसा नहीं था. उन्होंने कहा की इस घटना के पीछे अपहरण करके पैसा वसूल करना था. इस संबंध पुलिस को पूरी जानकारी दी गई है. बावजूद इसके पुलिस अब तक पता नहीं कर पायी है कि हत्या क्यों हुई. परिजनों ने भी इस वारदात की मास्टर माइंट ट्यूशन टीचर रचिता को ही बताया.
कहा कि इस मामले में जबरन प्रभात पर सारा आरोप मढ़ कर मामले को दूसरा रूप दिया जा रहा है. परिजनों ने उत्तर प्रदेश सरकार और पुलिस से हत्या के कारणों का खुलासा करने की मांग की. कहा कि इस वारदात के सही कारण सामने आने चाहिए. इसी के साथ सही आरोपियों को अरेस्ट कर उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई भी होनी चाहिए. अगर ऐसा नहीं हुआ तो योगी सरकार से उनका विश्वास उठ जायेगा. इस दौरान परिजनों ने दावा किया की घटना से कुछ दिन पहले रचिता ने उनके घर आई थी और कुशाग्र के बारे में जानकारी ली थी.