विधानसभा के सामने आत्मदाह की कोशिश मामले में पुलिस पूर्व राज्यपाल सुखदेव प्रसाद के बेटे आलोक से पूछताछ कर रही है। आलोक कांग्रेस से जुड़े बताए जाते हैं। सूत्र बता रहे हैं कि महिला के आत्मदाह के वक्त उनकी लोकेशन घटनास्थल पर पाई गई है। पुलिस को महिला के आत्मदाह मामले में किसी साजिश की आशंका है। सूत्रों के मुताबिक महराजगंज पुलिस के इनपुट पर महराजगंज के रहने वाले पूर्व राज्यपाल सुखदेव प्रसाद के बेटेे आलोक से पूछताछ की जा रही है।
गौरतलब है कि मंगलवार को एक महिला ने विधानसभा के सामने भाजपा प्रदेश कार्यालय के गेट के पास आत्मदाह की कोशिश की थी। महिला को गम्भीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लखनऊ विधानसभा के सामने मंगलवार को महिला के आत्मदाह के प्रयास की जांच महराजगंज पुलिस भी कर रही है। जिस वजह से महिला ने आत्मघाती कदम उठाया, उसका सम्बन्ध महराजगंज से है। इसी चार अक्टूबर को महिला, महराजगंज नगरपालिका के वीर बहादुर नगर स्थित एक युवक के घर पहुंच कर धरने पर बैठ गई थी। युवक के घर धरने पर बैठी महिला ने युवक पर आरोप लगाया था कि उसने धर्म परिवर्तन कर उसके साथ निकाह किया। गोरखपुर के कई मोहल्ले में लेकर रहा। बाद में वह सउदी अरब चला गया। वहां से खाते में पैसा भेजता था, लेकिन अब नहीं भेज रहा है। आरोपित युवक ढाई साल से सउदी अरब में है। पुलिस से महिला मांग कर रही थी युवक के घर में उसकी एंट्री करा दी जाए। जायदाद में हिस्सा दिला दिया जाए। गामे के बाद कोतवाली पुलिस उसे महिला थाना ले गई थी। अब लखनऊ में विधानसभा के सामने आत्मदाह के प्रयास के बाद कोतवाली पुलिस ने जांच तेज कर दी है। युवक के परिजनों से पूछताछ की जा रही है। जांच के लिए काल डिटेल रिकार्ड (सीडीआर) भी खंगाला जाएगा।
महिला झारखंड के पलामू जिले की रहने वाली है। जून 1012 में उसकी शादी घुघली थाना क्षेत्र के पिपराइच उर्फ पचरूखिया गांव में एक युवक से हुई थी। पति को उसने छोड़ दिया था। पुलिस के मुताबिक मामला कोर्ट में है। लखनऊ में उसके आत्मदाह के प्रयास के बाद एक्शन में आई पुलिस सभी पहलुओं पर जांच शुरू की है। पूछताछ के दौरान यह पता चला कि तीन दिन पहले पहले पति के गोरखपुर के रास्तीनगर फेस फोर स्थित मकान पर पहुंच यह कहते हुए हंगामा किया था। हंगामे के बाद डायल-112 की पीआरवी पहुंची थी। उसके बाद मामला शांत हुआ था। पहले पति को छोड़ने के बाद महिला महराजगंज कस्बे के वीर बहादुर नगर वार्ड में किराए का मकान लेकर रहने लगी। चार अक्तूबर को हंगामे के दौरान उसका कहना था कि वीर बहादुर नगर में रहने के दौरान वह युवक के सम्पर्क में आई। पड़ोस में रहने वाली वजह से युवक ने बहला-फुसला कर प्रेम संबंध बनाया। उसके कहने पर धर्म परिवर्तन कर उसने निकाह किया। इसके बाद युवक गोरखपुर के बरगदवा, पादरी बाजार व मोहद्दीपुर में लेकर रहा। बाद में वह सउदी अरब चला गया। पुलिस के अनुसार महिला धर्म परिवर्तन व निकाह करने के संबंध में कोई दस्तावेज नहीं दिखा पाई थी। उसका यही कहना था कि एक मौलवी को बुलाकर निकाह कराया था।
लखनऊ में महिला के होने की खुफिया सूचना महराजगंज पुलिस को सोमवार की रात में ही लखनऊ से मिल गई थी। इस सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए एसपी ने महिला थाना की एसओ मनीषा सिंह को महिला आरक्षियों के साथ रात में ही लखनऊ के लिए रवाना कर दिया। महिला एसओ को महिला की पहचान करनी थी। मंगलवार की सुबह ही महिला एसओ लखनऊ पहुंच भी गई थी, लेकिन पहचान के पहले ही उसने अपने शरीर में आग लगा ली। महराजगंज की एक महिला द्वारा लखनऊ में आत्मदाह के प्रयास की सूचना मिली है। चार अक्तूबर को महिला कोतवाली क्षेत्र के वीर बहादुर नगर स्थित एक युवक पर कथित रूप से शादी का आरोप लगा उसके घर में घुसने की मांग कर रही थी। महिला थाना की पुलिस महिला से केस दर्ज कराने के लिए कही थी, लेकिन उसने तहरीर नहीं दी थी। आत्मदाह करने की नोटिस महराजगंज पुलिस को नहीं दी थी। पहले पति से विवाद का मामला कोर्ट में लंबित है। सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।