अंबेडकरनगर। एसटीएफ द्वारा जेल भेजे गए पूर्व विधायक पवन पांडेय पर पुलिस गैंगस्टर लगाने की तैयारी में है। जरूरी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके साथ ही उनके छोटे भाई कृष्णकुमार पांडेय उर्फ कक्कू पांडेय को जिला बदर कराने का निर्णय पुलिस ने लिया है। जिला बदर करने से जुड़ी पत्रावली पुलिस ने जिला प्रशासन को भेज दी है। करोड़ों की भूमि का लाखों रुपये में एग्रीमेंट कराने के विवादों के बाद पांडेय ब्रदर्स की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं हैं। नासिरपुर बरवां निवासी चंपा देवी ने पूर्व शिवसेना विधायक पवन पांडेय व अन्य पर धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया था।
हाईकोर्ट की सख्ती के बाद विवेचना एसटीएफ को मिली तो उसने पहले पवन को बाराबंकी जनपद से गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद पांच अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की थी,एसटीएफ की गिरफ्तारी के बाद जनपद पुलिस ने भी शिकंजा कसना शुरू कर दिया था। चार दिन पहले बेवाना थाना क्षेत्र में वर्ष 1996 में हुई बूथ कैप्चरिंग केस मामले में गवाहों को धमकाने की शिकायतों पर राजेसुल्तानपुर थाने में दो जबकि अकबरपुर कोतवाली में एक नया केस पवन पर दर्ज किया गया है। दोनों थानों में सेवेन सीएलए एक्ट भी लगाया गया। इस बीच अब पूर्व विधायक पर गैंगस्टर लगाने के लिए पुलिस ने कागजी प्रक्रिया आगे बढ़ा दी है।
अकबरपुर कोतवाली में जल्द ही गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज होने की संभावना है। पुलिस सूत्रों के अनुसार अगले दो तीन दिनों में मुकदमा दर्ज किया जाएगा क्योंकि अंदरखाने इससे जुड़े कागजात तेजी से तैयार हो रहे हैं।उधर एक बड़ी खबर यह है कि पूर्व विधायक के छोटे भाई कक्कू पांडेय को जल्द ही जिला बदर किया जाएगा। अकबरपुर कोतवाली में दर्ज कुछ मुकदमों को आधार बनाते हुए पुलिस ने छह माह के लिए जिला बदर करने की पत्रावली तैयार की है।
इसे मंजूरी के लिए जिला प्रशासन को भेज दिया गया है। माना जा रहा है कि जल्द ही इस पर निर्णय हो जाएगा। इस बीच पांडेय ब्रदर्स के पारिवारिक लोगों ने पुलिस के इस निर्णय को अन्यायपूर्ण करार दिया है। कहा कि कोर्ट में यह सब मामले नहीं टिकेंगे। दबाव में ही सब कार्रवाई की जा रही है जिसे आमलोग अच्छी तरह समझ रहे हैं।हुई थी उम्रकैद अकबरपुर नगर के बहुचर्चित केरे सिंह हत्याकांड में पवन के साथ कक्कू भी आरोपी बनाए गए थे। कक्कू को उम्रकैद की सजा मिली थी लेकिन बाद में कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया था। कक्कू सुल्तानपुर जनपद के इसौली विधानसभा सीट से बसपा के टिकट पर चुनाव भी लड़ चुके हैं। फिलहाल वे कांग्रेस पार्टी से जुड़े हैं। पार्टी के कार्यक्रमों में भी उनकी सक्रिय भागीदारी रहा करती है।