चित्रकूट : भाजपा के पूर्व सांसद भैरों प्रसाद मिश्र गुरुवार को पोस्टमार्टम हाउस में धरने पर बैठ गए। उन्होंने पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला पर मातहतों के माध्यम से धन उगाही का गंभीर आरोप लगा दिया। उनका कहना था कि दुर्घटना के बाद घायलों को जिला अस्पताल ले जाने के बजाय थाना प्रभारी सीधे पोस्टमार्टम हाउस ले गया। जबकि अगर उनको अस्पताल ले जाया जाता तो शायद जान बच जाती।
बता दें पूरा मामला भरतकूप थानांतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग पर बीते दिन गुरुवार की सुबह स्कार्पियो की सामने से आ रहे डंपर से भिड़ने से दो युवकों की मौत हो गई। लोगों का आरोप है कि यह हादसा तब हुआ जब एक डंपर सड़क पार कर रहा था और स्कार्पियो उससे जा भिड़ी। उधर, दो युवकों की मौत की खबर सुनकर पूर्व सांसद और वरिष्ठ भाजपा नेता भैरों प्रसाद मिश्र सैकडों लोगों को साथ लेकर पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाए। और मृतकों को न्याय दिलाने की मांग की।
पूर्व सांसद के साथ मृतकों के परिजन भी शामिल
आक्रोशित पूर्व सांसद ने वहीं पर धरना दे दिया। उनका आरोप था कि भरतकूप थाना प्रभारी सूबेदार बिंद घायल युवकों को जिला अस्पताल ले जाने के बजाय सीधे पोस्टमार्टम हाउस ले गए। पूर्व सांसद के साथ मृतकों के परिजन भी शामिल हो गए। शवों का पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया गया। पुलिस अधीक्षक सहित अन्य पुलिस अधिकारियों ने अपनी सफाई दी, मान मनौव्वल पर पूर्व सांसद नहीं माने। लगभग आठ घंटे से धरने पर बैठे पूर्व सांसद ने इस बीच पुलिस अधीक्षक पर गंभीर आरोप लगा दिए।
साथ ही मांग की कि जब तक भरतकूप थाना प्रभारी को निलंबित नहीं किया जाएगा, वह धरना जारी रखेंगे। पुलिस अधिकारियों का पक्ष रखने एसपी भी पोस्टमार्टम हाउस पहुंचीं पर पूर्व सांसद थाना प्रभारी के सस्पेंशन पर अड़े रहे। उधर, पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से साफ है कि दोनों युवकों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी। इसके बाद भी चूंकि संबंधित पुलिस अधिकारी इनको जिला अस्पताल ले जाने के बजाय पोस्टमार्टम हाउस ले गया है तो इसके खिलाफ जरूरी कार्रवाई की जा रही है।