उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद (Ghaziabad) से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। जहां पर कुत्ते के काटने से एक 14 साल के मासूम बच्चे की मौत हो गई है। बच्चे का पिता इलाज के लिए दर दर भटकता रहा लेकिन उसका कही इलाज नहीं हुआ है और रेबीज का इन्फेक्शन फैलने की वजह से तड़प तड़पकर मौत हो गई।
बता दें कि ये मामला उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद का है जहां पर पड़ोस में रहने वाली महिला के कुत्तों ने 14 साल के मासूम को काट लिया था। बच्चे ने डर की वजह से अपने माता पिता को इसके बारे में नहीं बताया। लेकिन कुछ समय बाद रेबीज का इन्फेक्शन फैलने लगा। मृतक बच्चे के दादा के अनुसार, कुत्ते ने कुछ महीने पहले बच्चे को काटा था, लेकिन डर की वजह से यह बात घर में नहीं बताई और धीरे-धीरे उसकी तबीयत बिगड़ने लगी।
बच्चे से सख्ती से पूछा गया तो उसने बताया कि, उसे मोहल्ले के ही कुत्ते ने काट लिया था, जिसके बाद बच्चे को इलाज के लिए जिले के अलावा कई अन्य अस्पतालों में भी ले जाया गया, लेकिन बच्चे की इलाज के दौरान मौत हो गई।
परिजनों के अनुसार, दिल्ली के जीटीबी और एम्स भी लेकर गए, लेकिन डॉक्टरों ने बिमारी को लाइलाज बता दिया। इसके बाद मंगलवार की शाम बच्चे ने एम्बुलेंस में तड़प तड़प पिता की गोद में दम तोड़ दिया। बच्चे की मौत के बाद घर में मातम पसरा हुआ है, घरवालों का रो रोकर बुरा हाल है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 14 साल के बच्चे का नाम शाहवेज है जो कक्षा 8 में पढ़ता था।
पिता याकूब ने बताया कि, डेढ़ महीने पहले शाहवेज को कुत्ते ने काटा था। लेकिन उसने यह बात घर पर नहीं बताई। 1 सितंबर को शाहवेज को पानी से डर लगने लगा। अजीब हरकतें करता था, कभी-कभी उसके मुंह से कुत्ते के भौंकने की आवाज भी आने लगी। इसके बाद स्थानीय डॉक्टर को दिखाया गया तो उसने बताया कि, रेबीज के लक्षण है। डॉक्टर ने दिल्ली के किसी बड़े अस्पताल में ले जाने की सलाह दी। इसके बाद एम्स समेत कई अस्पताल लेकर गए, लेकिन डॉक्टरों ने लाइलाज बताते हुए एडमिट करने से इनकार कर दिया।
एसपी सिटी निमिष पटेल ने बताया कि, गाजियाबाद 14 वर्ष मासूम की कुत्ते के काटने से हुई मौत के मामले में पुलिस द्वारा परिजनों के कहने पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। साथ ही आगे की वैधानिक कार्रवाई भी की जा रही है। इस मामले में नगर निगम द्वारा एक नोटिस उस महिला को जारी किया गया है जिस पर मृतक बच्चे के परिजन ने आरोप लगाया है।