उत्तर प्रदेश सरकार नए वित्तीय वर्ष 2024 में निराश्रित महिलाओं की अब पेंशन डबल करने जा रही है। अब तक इन महिलाओं को 500 रुपये पेंशन मिलती थी, लेकिन नई व्यवस्था के तहत उन्हें 1000 रुपये दिए जाएंगे। यह जानकारी राज्य के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने सदन में दी। नए वित्त वर्ष 2024-2025 के लिए बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि इस योजना के तहत 2023-2024 के तृतीय तिमाही तक 31 लाख 28 हजार निराश्रित महिलाओं को लाभान्वित किया गया है।
उन्होंने नए वित्त वर्ष में इस संख्या के और बढ़ने का अनुमान जताया है। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार के लिए महिला सशक्तिकरण प्राथमिकता में है। महिलाओं के उत्थान और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई अलग अलग योजनाओं पर काम हो रहा है। इसी क्रम में सरकार ने निराश्रित महिलाओं का सहारा बनने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने बताया कि अब तक राज्य की निराश्रित महिलाओं को 500 रुपये पेंशन मिलती थी, अब इस श्रेणी की महिलाओं की पेंशन राशि बढ़ा कर 1000 रुपये करने का फैसला लिया गया है।
कन्या सुमंगला योजना में 15000 की मदद
इसी क्रम में मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के तहत पात्र बालिकाओं को 6 विभिन्न श्रेणियों में सहायता देने की योजना है। यह सहायता राशि 15000 रूपये तक होगी। उन्होंने बताया कि वित्त वर्ष 2019-2020 से 2023-2024 तक 17.82 लाख लाभार्थियों को इस योजना से लाभान्वित किया जा चुका है। सदन में बजट भाषण पेश करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार महिला किसानों को भी आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में काम कर रही है।
200 उत्पादक समूह बनेंगे
इसके लिए महिला किसान सशक्तिकरण परियोजना के तहत वित्त वर्ष 2024-2025 में 200 उत्पादक समूहों का गठन करने और इन समूहों को तकनीकी सहयोग देने का फैसला लिया गया है। इससे उत्पादन बढ़ाने के साथ ही किसानों की आय बढ़ाने में मदद मिलेगी। वित्त मंत्री के मुताबिक जघन्य अपराध पीड़ित महिलाओं और बालिकाओं के कल्याण के लिए एक से 10 लाख रुपये की क्षतिपूर्ति देने का फैसला लिया गया है। उत्तर प्रदेश रानी लक्ष्मीबाई महिला एवं बाल सम्मान कोष के तहत दी जाने वाली यह राशि ऐसी महिलाओं के लिए संबल बनेगी।