मुरादाबाद के कुन्दरकी थाना क्षेत्र में हनीट्रैप का शिकार बनाकर ब्लैकमेल करने का मामला सामने आया है। आरोपियों ने बिजनौर निवासी रिटायर्ड शिक्षक को बहाने से बुलाया और कमरे में बंधक बनाकर महिलाओं के साथ उनकी आपत्तिजनक वीडियो बना ली। वीडियो वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल करने लगे। पुलिस ने दो महिलाओं समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर इसका खुलासा किया है। हालांकि गिरोह के सरगना समेत दो आरोपी अभी भी फरार हैं। पुलिस टीमें उनकी तलाश में जुटी हैं।
बिजनौर के स्योहारा थाना क्षेत्र के गांव रामपुर दुल्ली उर्फ झिल्ला के रहने वाले मुरारी लाल (70) उत्तराखंड के रामनगर उच्च प्राथमिक विद्यालय से दस साल पहले प्रधानाध्यापक पद से रिटायर्ड हुए थे। उन्होंने कुन्दरकी पुलिस को तहरीर देकर बताया कि पड़ोसी गांव बगवाडा निवासी नईम उर्फ नईमुद्दीन ने 50 हजार रुपये उधार लिए थे। आरोपी नईम आठ अप्रैल को रुपये लौटने के बहाने उन्हें अपने साथ कुन्दरकी ले आया।
यहां कुन्दरकी रेलवे फाटक के पास एक मकान में ले गया। जिसमें नईम का एक अन्य साथी दिल्ली के ओखला फतिमा लेन निवासी राशिद किराये पर रह रहा है। रिटायर्ड शिक्षक मुरारी लाल के अनुसार उस मकान में संभल के बनियाठेर थाना के गांव जनेठा निवासी नाजमा, बदायूं के बिसौली थाना क्षेत्र के मोहल्ला हाथी वाला मस्जिद नईबस्ती निवासी रिफा नाज उर्फ ललिया, बिलारी के इब्राहिमपुर निवासी जाबिर उर्फ पहलवान और संभल के बनियाठेर थाना के गांव कोकाबास निवासी रफ्फन पहले से मौजूद थे।
आरोपियों ने रिटायर्ड शिक्षक को कमरे में बंद कर निर्वस्त्रत्त् कर दिया। बाद में महिलाओं के साथ उनकी आपत्तिजनक वीडियो और फोटो बना लिए। इसके बाद आरोपियों ने वायरल करने की धमकी देकर रिटायर्ड शिक्षक का डेबिड कार्ड ले लिया और उससे 25 हजार रुपये निकाल लिए। बाद दुष्कर्म के केस में फंसाने की धमकी देकर दो लाख रुपये की और मांग करने लगे।
आरोपियों के चंगुल से छूटकर किसी तरह रिटायर्ड शिक्षक ने कुंदरकी एसओ सतराज सिंह के पास पहुंच कर शिकायत की। इसके बाद केस दर्ज किया गया। एसएसपी बबलू कुमार ने शुक्रवार को पुलिस लाइन में प्रेसवार्ता कर इस पूरे गिरोह का खुलासा किया। एसएसपी ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज करने के बाद से पुलिस टीमें आरोपियों की तलाश में जुटी थी। पुलिस टीमों ने मोबाइल फोन से मिले डिटेल के आधार पर इस मामले में आरोपी राशिद, रफ्फन, नाजमा और रिफा नाज को गिरफ्तार कर लिया।
लगातार कॉल करके पैसे मांग रहे थे आरोपी
एसपी देहात विद्या सागर मिश्र ने बताया कि आरोपियों ने बहुत ही चालाकी से रिटायर्ड शिक्षक को अपने जाल में फंसाया। बाद में कमरे में ले जाकर वीडियो और फोटो बना ली। इसके बाद शातिराना अंदाज में पहले 25 हजार रुपये ऐंठ लिए। बाद में दो लाख रुपये और मांगे।
मुरारीलाल ने हाथ-पैर जोड़कर किसी तरह एक-दो दिन का समय मांगा। इसके बाद आरोपियों ने मोहम्मद समीर (पहलवान) के नाम के पेटीएम नंबर में रुपये डालने को कहकर उन्हें भेज दिया। अगले दिन आरोपियों ने फिर कॉल कर पैसे मांगे। इसके बाद मुरारीलाल ने अपने बेटे और रिश्तेदारों को घटना के बारे में बताया। उन्होंने 12 अप्रैल को हिम्मत करके कुन्दरकी थाने में शिकायत दर्ज कराई।
दर्जन भर लोगों से ऐंठ चुके हैं 12 लाख
सीओ बिलारी देश दीपक सिंह ने बताया कि गिरोह के सदस्यों ने पूछताछ के दौरान कई खुलासा किया है। आरोपियों ने बताया कि नईमुद्दीन उर्फ नईम गिरोह का सरगना है। वही लोगों को फंसा कर कुन्दरकी के रेलवे फाटक के पास स्थित कमरे तक लाता है। इसके बाद अन्य आरोपी उसे फंसाकर वीडियो और फोटो बनाते हैं। आरोपियों ने बदायूं, बिजनौर और गाजियाबाद के करीब एक दर्जन लोगों को इसी तरह हनीट्रैप का शिकार बना चुके हैं। इन लोगों से आरोपियों ने करीब 12 लाख रुपये भी ऐंठ लिए हैं।
फरार आरोपियों की तलाश में पुलिस
रिटायर्ड शिक्षक को शिकार बनाने के बाद आरोपी अलग-अलग जगह छिप गए थे। चार आरोपियों के पुलिस के हत्थे चढ़ने के बाद गिरोह का सगरना स्योहारा के बगबाड़ा निवासी आरोपी नईम उर्फ नईमुद्दीन और उसका साथी बिलारी के इब्राहिमपुर निवासी जाबिर उर्फ पहलवान फरार हैं। पुलिस इन दोनों की तलाश में जुटी है।