यूपी की राज्यपाल व राज्य विश्वविद्यालयों की कुलाधिपति आनंदी बेन पटेल ने सोमवार को आदेश जारी करके प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में टीचर और कर्मियों के लिए बॉयोमेट्रिक अटेंडेंस की अनिवार्यता की बात कही है। साथ ही जून 2022 से इसी के आधार पर सेलरी निर्गत कराने के भी निर्देश दिए है।
लापरवाह शिक्षकों पर कसेगी नकेल
दरअसल राजभवन में विश्वविद्यालय परिसर में फैकल्टी व स्टॉफ की गैर मौजूदगी की खबरे लगातार पहुंचती है।कई बार ऐसी भी शिकायतें आई कि सुबह विश्वविद्यालय आने के बाद शिक्षक व स्टॉफ दोपहर से पहले ही परिसर छोड़ कर चले जाते है। यही कारण कि अब सभी जगह बॉयोमेट्रिक की अनिवार्यता पर जोर दिया गया है।
कम पंच होने पर कटेगा वेतन, राजभवन ने जारी किया आदेश
सभी शैक्षिक व गैर शैक्षिक एम्प्लॉई की अटेंडेंस बायोमेट्रिक के जरिए दर्ज होगी,
– चेहरे व अंगूठे दोनों की स्कैनिंग के लिए पर्याप्त मात्रा में डिवाइस लगाएं जाएंगे,
– इन डिवाइस को सेंट्रल सर्वर के जरिए कनेक्ट करके डाटा ऑनलाइन रखा जाएं,
– सभी शैक्षिक व गैर शैक्षिक एम्प्लॉई के वेतन भी इसी बायोमेट्रिक के जरिए ही पे मास्टर या वेतन भुगतान पद्धति से लिंक किए जाएं,
– इन बॉयोमेट्रिक व इनके डाटा की सुरक्षा के लिए भी पर्याप्त व्यवस्था की जाएं,
– यह व्यवस्था हर हाल में 30 मई 2022 तक इंस्टाल कराई जाएं और जून 2022 से सभी के वेतन का भुगतान इसी के अनुसार किया जाएं।