गुरुग्राम के शांती नगर में रहने वाली संगीता राघव ने अपने दूसरे प्रयास में यूपी पीसीएस 2018 की परीक्षा टॉप कर दूसरा स्थान हासिल किया है। संगीता ने बताया कि मास्टर्स की पढ़ाई के दौरान उन्हें नेपाल और हिमाश प्रदेश में एक प्रोजेक्ट के लिए जाना पड़ा था। वहां उन्हें वर्ल्ड बैंक और साउथ एशियन इंस्टीट्यूट के एक प्रोजेक्ट में वहां के लोगों के अच्छे जीवन यापन और उनकी सहायता के लिए काम करने का मौका मिला था।
वहीं से उनमें जरूरतमंदों की सहायता के लिए कुछ करने का जज्बा पैदा हुआ। हालांकि उन्होंने पहले ही सोच रखा था कि वह सिविल सर्विसेज में ही जाएंगी।उन्होंने बताया कि 2017 में उन्होंने प्रीलिम्स की परीक्षा दी थी, लेकिन उसमें कम अंक आए थे। इसके बाद उन्होंने तैयारी के लिए और मेहनत की और अपने दूसरे प्रयास में ये परीक्षा अच्छे नंबरों से पास कर ली।
संगीता ने बताया कि उनकी प्राथमिकता बच्चों में कुपोषण को खत्म करने, मानसिक स्वास्थ्य और महिला शक्तिकरण के लिए काम करने की रहेगी। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश से उनका पुराना नाता है। इसलिए उन्होंने यूपी-पीसीएस की परीक्षा देने का फैसला लिया।
संगीता ने बताया कि योग और मेडिटेशन के जरिए भी उन्हें अपने आप को बेहतर विकसित करने में सहयोग मिला। संगीता ने 12वीं देव समाज विद्या निकेतन स्कूल से की। इसके बाद उन्होंने सेक्टर-12 राजकीय कन्या महाविद्यालय से बीएससी की।दिल्ली की इंद्रप्रस्था यूनिवर्सिटी से उन्होंने नेचुरल रिसॉर्स मैनेजमेंट में स्नातकोत्तर की पढ़ाई की।
इसके बाद उन्होंने पीएचडी के लिए जेएनयू में भी दाखिला लिया, लेकिन सिविल सर्विसेज की तैयारी के लिए वह पूरी नहीं की। संगीता ने बताया कि उन्होंने ये कामयाबी स्वयं पढ़ाई करके की है। उनके एक सीनियर ने उन्हें इसकी तैयारी करने में काफी मदद की।
संगीता के पिता दिनेश राघव भी नैसेना से सेवानिवृत्त हैं। उनकी माता गृहिणी हैं। बड़ी बहन भी सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रही हैं और एक छोटा भाई भी है।