वाराणसी : कोर्ट का फैसला आने के बाद आज गुरुवार को बनारस के ज्ञानवापी मंदिर में भव्य और दिव्य पूजा हुई। इसके लिए रात डेढ़ बजे से ही तैयारियां शुरू हो गई थी। इस पूजा में शामिल होने के लिए काफी संख्या में लोग भी पहुंचे थे। सूचना मिलते ही भारी संख्या में पुलिस भी मौके पर पहुंची और 5 प्रमुख लोगों को छोड़ कर बाकी सभी को बैरियर पर ही रोक दिया गया। श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए ज्ञानवापी के गेट नंबर तीन को बंद कर दिया गया है। इसके बाद ब्रह्म मुहूर्त में विधि विधान से मंगला गौरी की पूजा हुई।
इस दौरान भगवान को चरणामृत का भोग लगा वहां मौजूद जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन और मंदिर से जुड़े लोगो में वितरित किया गया। कोर्ट के आदेश का अनुपालन करवाते हुए जिला प्रशासन ने पूजा के बाद आम दर्शनार्थियों के लिए फिलहाल रोक लगा दी है।
ज्ञानवापी के तहखाने में कोर्ट के आदेश पर वर्ष 1991 के बाद हुए पहली बार पूजन को लेकर पूजन में मौजूद जितेंद्र व्यास ने बताया कि पूजन से पहले जिला प्रशासन ने पूजन से पहले व्यास जी के तहखाने की सफाई करवाई। इसके पश्चात उक्त स्थान पर गंगा जल से शुद्धिकरण किया गया।
वही सबसे पहले मंत्रो से भगवान गणेश का पूजन किया गया और उसके बाद वहां मौजूद विग्रह आदि के पूजन किए गए। पुजारी जितेंद्र व्यास ने बताया करीब एक घंटे तक विधि विधान से तहखाने में पूजन किया गया और वहां मौजूद सभी लोगो में प्रसाद वितरित कर दोबारा रास्ते को जिला प्रशासन ने आम दर्शनार्थियों के लिए बंद कर दिया है। अब दोबारा नियमित पूजा के लिए जिला प्रशासन और मंदिर प्रशासन बैठक कर निर्णय लेगा।