हरदोई। उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के सवायजपुर में माफिया और पूर्व बसपा प्रत्याशी अनुपम दुबे की 1 करोड़ 94 लाख रुपये की संपत्ति को कुर्क कर लिया गया है। यह कार्रवाई फर्रुखाबाद जिला न्यायालय के आदेश पर सवायजपुर तहसील प्रशासन द्वारा की गई। कुर्क की गई संपत्ति अनुपम दुबे के भाई अमित दुबे के नाम पर है, जिसे 2019 में गन्ना कृषक विद्यालय के पास खरीदा गया था।
अनुपम दुबे वर्ष 2017 में बसपा के टिकट पर सवायजपुर विधानसभा से चुनाव लड़ चुका है, हालांकि उसे हार का सामना करना पड़ा था। वह वर्तमान में मथुरा जेल में बंद है और पुलिस इंस्पेक्टर हत्याकांड में उम्रकैद की सजा काट रहा है। उसके और भाइयों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था।
जिलाधिकारी फर्रुखाबाद के निर्देश पर तहसीलदार देशराज भारती के नेतृत्व में राजस्व टीम ने मौके पर जाकर ज़मीन को कुर्क किया और उस पर सरकारी झंडी लगा दी गई। हालांकि, न्यायालय ने इस कुर्की आदेश को 3 अप्रैल 2025 को ही पारित किया था, लेकिन कार्रवाई में लगभग दो महीने की देरी हुई। 30 अप्रैल को तत्कालीन जिलाधिकारी ने एसडीएम सवायजपुर को निर्देश दिया था, परंतु कुर्की की कार्रवाई जुलाई में की गई।
इस देरी को लेकर तहसील प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठने लगे हैं। सवाल यह है कि माफिया के खिलाफ जब न्यायालय का स्पष्ट आदेश था, तो कार्रवाई में ढिलाई क्यों