लखनऊ : सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मंगलवार को 2024 चुनाव को लेकर पार्टी कार्यालय में विधायकों की बैठक की। इस दौरान मीडिया से बातचीत की। राम मंदिर से जुड़े एक सवाल पर उन्होंने कहा कि सबके अपने-अपने भगवान हैं। हमारे केवल PDA है। बता दें कि PDA में P से मतलब पिछड़ा, D से मतलब दलित और A से अल्पसंख्यक, अगड़ा हैं।
उधर, मंगलवार सुबह लखनऊ में सपा कार्यालय के बाहर राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की एक होर्डिंग लगाई गई। इसमें एक तरफ प्रभु राम की फोटो है, जबकि दूसरी तरफ अखिलेश यादव और बीच में अखिलेश यादव की तस्वीर लगी है। होर्डिंग पर सपा के युवजन सभा के पूर्व प्रदेश सचिव आशुतोष सिंह का नाम और फोटो लगी है।
हमारा काम धर्म का नहीं…गैर बराबरी दूर करने का
अखिलेश यादव ने कहा-कई साधु संत, शंकराचार्य राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम को लेकर अलग-अलग बातें कर रहे हैं। सपा इस पर क्या सोचती है? हमारा काम धर्म का नहीं है। हमारा रास्ता गैर बराबरी दूर करने का है।
वहीं, विहिप के कार्यवाहक अध्यक्ष आलोक कुमार के बयान पर अखिलेश ने कहा, मैं उनको नहीं जानता हूं। निमंत्रण वो देते हैं, जो एक दूसरे को जानते हों। न मेरी कभी उनसे कोई मुलाकात हुई है। जिसका परिचय एक दूसरे से होता है, वो एक दूसरे को निमंत्रण-व्यवहार देते हैं।
दरअसल, विहिप कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा था कि उनको निमंत्रण गया है। पहले मैंने उनका बयान पढ़ा था, बुलाएंगे तो जाएंगे। अब उनको बुलाया गया है। लेकिन, अब उनका बयान देखा राम जी बुलाएंगे, तो जाएंगे। मैं इस बात का उत्सुकता से इंतजार कर रहा हूं कि रामजी बुलाते है या नहीं।
‘आने वाले समय में भाजपा का सफाया होगा’
अखिलेश ने कहा कि जितना उन्हें वोट पहले मिला था। इस बार उससे भी ज्यादा वोट दिलाएं। हमें उम्मीद है आने वाले समय में उत्तर प्रदेश का परिणाम ऐसा होगा, जिसमें भाजपा का सफाया होगा।
भाजपा इस बात का प्रचार कर रही है कि विकसित भारत बनेगा। क्या विकसित भारत किसानों की आय बढ़े बिना बनेगा। देश की अर्थव्यवस्था तभी बेहतर होगी जब किसान और गरीब खुशहाल होगा।
अखिलेश ने कहा कि मौजूदा सरकार में जो भी नौकरी मिल रही है वह अपमान से भरी है। जब भी सपा को मौका मिलेगा देश। युवाओं को सम्मान का रोजगार मिलेगा। प्रदेश में सपा में समाजवादियों ने मेट्रो हर शहर में दी। लखनऊ, कानपुर, आगरा की मेट्रो, दिल्ली से नोएडा, ग्रेटर नोएडा जोड़ने वाली मेट्रो समाजवादियों की देन है। 2017 से अभी तक 8.4 करोड़ लोगों ने मेट्रो में सफर किया है। इतनी बड़ी उपलब्धि भाजपा की किसी योजना की नहीं होगी।