उत्तर प्रदेश के कन्नौज में जिला कारागार में बंद कैदियों के लिए दिवाली सुनहरा अवसर लेकर आई है। जब उनके बनाए हुए झालर से लोगों के घर रोशन हो रहे हैं। प्रधानमंत्री कौशल विकास के माध्यम से प्रशिक्षण प्राप्त कैदी झालर बना रहे हैं। इस संबंध में बातचीत करने पर जेल अधीक्षक ने बताया कि 100 रुपए प्रति झालर की दर से बेचा जा रहा है। एक तरफ जेल में बंद कैदियों को हुनर सीखने का मौका मिला है। जेल से निकलने के बाद भी काम करके हुआ अपने परिवार का पालन पोषण कर सकते हैं। इसकी तैयारी काफी लंबे समय से चल रही है।
कौशल विकास मिशन के अंतर्गत जेल में बंद कैदियों को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद जिला कारागार के कैदियों की तरफ ने बिजली के झालर बनाने का काम शुरू किया गया। एक तरफ प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद उन्हें आर्थिक आमदनी भी होगी। जिनके बनाई हुई झालर से 2023 की दिवाली रोशन हो रही है। झालर की कीमत 100 रखी गई है। बंदी कैदी रंग-बिरंगे झालरों का निर्माण कर रहे हैं।
क्या कहते हैं जिला कारागार अधीक्षक
इस संबंध में बातचीत करने पर कारागार अधीक्षक प्रमोद त्रिपाठी ने बताया कि बंदी कैदियों की तरफ से झालर बनाए जा रहे हैं। जब तक जेल में है तब तक जेल नियम के अनुसार कार्य कर रहे हैं। यहां से निकलने के बाद जिंदगी भर मेहनत करके अपने परिवार का पेट पाल सकते हैं। उनके हाथों को एक हुनर मिल गया है। एक झालर की कीमत सौ रुपए रखी गई है।