रिपोर्ट – अखिलेश सैनी
सरकार की योजना है कि हर गरीब परिवार को आवास उपलब्ध कराया जाय। लेकिन आवास योजना में पात्र परेशान ही दिख रहे हैं। बलिया के विकास भवन पर सैकड़ों महिलाएं मजबूर हो कर पहुँची। हालांकि मुख्य विकास अधिकारी विपिन जैन ने हर एक गांवों में जांच का आदेश दे रखा है।
सरकार हर सम्भव प्रयास कर रही है कि गरीबों को मदद मिल सके। लेकिन योजनाओं का क्रियान्वयन सही तरीका से न होना कहीं न कहीं सवाल के घेरे में आ जा रहा है। विकास भवन पर इन महिलाओं का दर्द सुनकर शायद आप भी हैरान हो जाएंगे। टिका देवरी नगपुरा गांव की महिलाओं का आरोप है कि ग्राम प्रधान द्वारा आवास में धांधली के चलते इन्हें आवास नही मिल रहा है। जब कि सरकार का फरमान है कि गरीबों को आवास दिया जाय। लेकिन ग्राम प्रधान के मर्जी की बात है कि जिसको चाहेंगे उसे ही आवास दिया जाएगा।
ग्रामीणों का कहना है कि हम लोग पात्र हैं ग्राम प्रधान ने घोटाला किया है।अभी तक आवास नही दिया है के सवाल पर मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि इसके लिए पहले भी हमने जांच का आदेश दे रखा है। इन पात्रों के बारे में भी देखवा लिया जाएगा।
सरकार की योजनाओं से कहीं न कहीं खेल इतना हो रहा है कि पात्र निश्चित वंचित रह जा रहे हैं। और अपात्रों का ही चयन कर दिया जा रहा है। सी डी ओ ने भले ही जांच का आदेश दिया है। लेकिन अब देखने वाली बात होगी कि क्या इन महिलाओं का आना कहाँ तक सफल होगा।