उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में एक बार फिर रंगदारी को लेकर फोन आने का सिलसिला शुरू हो गया है। एक सप्ताह के अंदर रंगदारी मांगने की दो घटनाएं सामने आने के बाद हड़कम्प मच गया है। हालांकि दोनों घटनाओं में पुलिस ने केस दर्ज कर। एक घटना का खुलासा भी कर दिया है। वहीं इससे पहले बालूघाट के ठेकेदार से एक लाख रुपये महीने की रंगदारी को लेकर एक हिस्ट्रीशीटर ने फोन किया था। हिस्ट्रीशीटर की तलाश में पुलिस की टीम जुटी है।
दरअसल जैसे ही रंगदारी को लेकर गोरखपुर में फोन किसी व्यापारी या ठेकेदार के पास आता है तो फिर लोग डर जाते हैं। गोरखपुर में रंगदारी मांगने का इतिहास बहुत ही खौफनाक रहा है। इसमें कई लोगों की जान तक चली गई है। रंगदारी मांगकर अपनी हनक बनाने वाले अमित मोहन वर्मा और रामायण उपाध्याय सहित कई बदमाश एक के बाद एक एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं तो वहीं चंदन सिंह जैसे बदमाश अब सलाखों के पीछे पहुंच गए हैं। इन बदमाशों की रंगदारी से डॉक्टर, इंजीनियर, ठकेदार, व्यापारी सहित सभी वर्गों में दहशत होती थी। इसलिए जैसे ही किसी व्यापारी या ठेकेदार के पास किसी बदमाश का रंगदारी के लिए फोन आता है तो उसके साथ ही अन्य लोगों में अपने आप दहशत आ जाती है वजह साफ है वह उन दिनों की बुरी याद से डर जाते हैं।
गोरखपुर गोला थाना क्षेत्र के बालू ठेकेदार से हिस्ट्रीशीटर द्वारा रंगदारी मांगने के मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। हालांकि अभी तक पुलिस आरोपित को गिरफ्तारी नहीं कर पाई है। सहड़ौली गांव के विनीत राय का देवईपीपर गांव में चल रहे बालू घाट के ठेके में हिस्सेदारी है। बनकटा गांव निवासी व फरार हिस्ट्रीशीटर पालन राय ने ठेकेदार के नंबर पर कई बार फोन कर एक लाख रुपया महीने की रंगदारी मांगी है। रकम न देने पर जान से मारने की धमकी दी। ठेकेदार ने बताया कि इसके पहले भी पालन राय ने साथी ठेकेदार के पास भी फोन करके रंगदारी मांगी थी। कोतवाल संतोष कुमार सिंह का कहना है कि आरोपित की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की गई है। उसके ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।