सीवान के गोरियामठ में दिए अपने भाषण में CM योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बिहार के कई माफिया यदि जेल में सड़ रहे हैं तो इसमें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) का योगदान है.
बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा के कई बड़े नेताओं की चुनावी सभाएं हो रही हैं. इस क्रम में पीएम मोदी की सभाओं के बाद सबसे अधिक उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की डिमांड सबसे अधिक है. खास बात यह है कि पीएम मोदी से लेकर योगी तक के निशाने पर लालू-राबड़ी शासनकाल का जंगलराज निशाने पर रहता है. बुधवार को जहां बिहार के 16 जिलों की 71 सीटों पर मतदान हो रहा था तो दूसरी तरफ योगी सीवान में बिहार के जंगलराज के दौर को अपने संबोधन में निशाना बना रहे थे. इसी सिलसिले में उन्होंने ऐसा बयान दिया है जो राजनीतिक चर्चा का केंद्र बन गई है. दरअसल योगी ने अपने भाषण में बाहुबली पूर्व राजद सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन को अप्रत्यक्ष रूप में निशाने पर लिया और कहा कि वह ऐसे माफिया लोगों के साथ यूपी में क्या सलूक करते हैं.
सीवान के गोरियामठ में दिए अपने भाषण में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बिहार के कई माफिया यदि जेल में सड़ रहे हैं तो इसमें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का योगदान है. एनडीए शासनकाल के पहले ऐसे लोगों ने यहां खुलेआम आतंक का पर्याय बनकर आम लोगों का जीना मुहाल कर दिया था. चारों तरफ सिर्फ अपराध ही अपराध था. एक समय बिहार में अपराध का ऐसा मंजर था कि शाम होते ही लोग घरों में दुबक जाया करते थे लेकिन आज माहौल बदला है. अपराधी सलाखों के पीछे हैं. जनता चैन से सो रही है.
योगी ने कहा कि यहां का भी एक दुर्दांत अपराधी जेल के अंदर सड़ रहा है जिसे संरक्षण देने का काम कांग्रेस और आरजेडी ने किया था. योगी ने कहा कि हमने तो यूपी में ऐसे लोगों की छाती पर ही बुलडोजर चलाना शुरू कर दिया है. योगी के इस बयान को उस कार्रवाई से जोड़कर देखा जा रहा है जिसमें बाहुबली अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी जैसे माफियाओं के अवैध निर्माणों को यूपी सरकार एक अभियान चलाकर ध्वस्त कर रही है.
योगी ने आगे अपने संबोधन में तेजस्वी यादव और अन्य दलों पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि आज से 15 साल पहले बिहार के युवा अपनी पहचान छुपाने के लिए मजबूर थे. ऐसा संकट पैदा करने वाले लोग आज बिहार में फिर से रोजगार का लॉलीपॉप दिखाकर युवाओं को गुमराह कर रहे हैं. इनके लालच में बिहार के युवाओं को नहीं आना चाहिए.