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Kanpur: मुन्ना भाई को MBBS बनाने के नाम पर ठगी, NEET का पेपर देने वालों को बना रहे निशाना

सरकारी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन दिलाने के नाम पर छात्रों से ठगी के एक के बाद एक कई मामले सामने आ रहे हैं. मुन्ना भाई को एमबीबीएस बनाने का यह नेटवर्क पूरे देश में फैला हुआ है. ठग यहां नीट का पेपर देने वाले स्टूडेंट्स को टारगेट कर रहे हैं. ताज़ा मामला कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज का है, जहां दो छात्र सोमवार को एडमिशन लेने पहुंच गए. जांच में इनके डॉक्यूमेंट्स फर्जी पाए गए, जिसके बाद मामले की शिकायत पुलिस से की गई. इससे पहले भी एक छात्रा फर्जी अलॉटमेंट लेटर लेकर मेडिकल कॉलेज पहुंची थी.

दिल्ली के द्वारिका में रहने वाली विनीता स्नेह लता ने नीट की परीक्षा दी थी. उसकी रैंक इतनी नहीं थी कि उसे सरकारीमेडिकल कॉलेज में दाखिला मिल सके. इसी बीच उसके पास एक फोन आया और जिसमें उसे सरकारी मेडिकल कॉलेज में दाखिला दिलाने की बात कही गई. अपनी पहुंच ऊपर तक बताकर उसने विनीता के परिजनों को झांसे में ले लिया.

विनीता के पिता खुद डॉक्टर हैं, जबकि मां सरकारी स्कूल में शिक्षक हैं. अपनी बेटी को सरकारी मेडिकल कॉलेज में पढ़ाने के ख्वाहिश में वह ठग की बातों में फंस गए. परिवार के मुताबिक, गाजियाबाद के वैशाली एरिया में स्थित साईं एजुकेशन सेंटर के कार्यालय में उनसे कुछ फार्म भराए गए. बाद में उनको जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के परिसर में बुलाकर बीस लाख रुपये लिए गए. इसके कुछ दिनों बाद एडमिशन फाइनल होने के नाम पर उनसे 12 लाख रुपये साईं एजुकेशन सेंटर में लिए गए.

इसके बाद उनको फर्जी कागजात थमाकर दाखिला लेने के लिए जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया. हालांकि यहां पहुंचने पर पता चला कि ये कागजात फर्जी हैं. जिसके बाद मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने पुलिस को मामले की जानकारी दी. ऐसी ही ठगी बिजनौर की रहने वाली शिवानी दास के साथ भी की गई. हालांकि शिवानी से ठग महज पचास हजार रुपये ही ऐंठ पाए.