आज 1 नवंबर को देशभर में करवा चौथ मनाया जा रहा है। महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखती है। इस व्रत में अन्न, जल, फल सबका त्याग किया जाता है। करवा चौथ को प्रदोष काल में मां गौरी, श्री गणेश और भगवान शिव की पूजा करते हैं फिर रात में चंद्रमा के दिखाई देने पर अर्घ्य देकर पारण करते हैं। हालांकि कई बार मौसम खराब होने की वजह से चांद नहीं दिखाई देतेा है। अगर आज यानी करवा चौथ की रात चांद दिखाई ना दे तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है।
आज करवा चौथ के दिन चांद रात में 08 बजकर 15 मिनट पर निकलेगा। यह समय देश की राजधानी नई दिल्ली का है। आज करवा चौथ पर आपके शहर में चांद दिखाई न दे तो आप ज्योतिष के विकल्प की मदद ले सकती हैं। इसके लिए चंद्रोदय समय पर चांदी के सिक्के या फिर चांदी की गोल प्लेट को चंद्रमा का प्रतिरुप मानकर अर्घ्य दे सकती हैं। अर्घ्य की विधि वैसे ही होगी, जैसा की आप पहले करती आई हैं।
इसके अलावा एक और उपाय है। भगवान शिव अपने मस्तक पर चंद्रमा को धारण करते हैं, इसलिए उनको चंद्रशेखर कहा जाता है। आप शिव जी के मस्तक पर विराजमान चंद्रमा को अर्घ्य देकर अपने व्रत को पूरा कर सकती हैं।
ज्योतिषशास्त्र में नवग्रहों के शुभ धातुओं के बारे में बताया गया है। चंद्रमा की प्रिय धातु चांदी है। चंद्रमा मन का कारक है। इसके प्रबल होने से सुख-समृद्धि और आयु में वृद्धि होगी। मन स्थिर रहेगा। कुंडली में जिनका चंद्रमा खराब होता है, उनको चांदी का चंद्रमा बनाकर गले में पहनने के लिए कहते हैं।
एक पौराणिक मान्यता यह है कि जब भगवान शिव ने गणेश जी के मस्तक को त्रिशूल से काट दिया था तो वह चंद्रलोक में जाकर गिरा था। फिर उनको गज मुख लगाया गया। बाद में गणेश जी को प्रथम पूज्य का वरदान शिवजी से प्राप्त हुआ। माना जाता है कि उनका सिर चंद्र लोक में है और गणेश जी प्रथम पूज्य भी हैं, इसलिए करवा चौथ पर गणेश और चंद्रमा की पूजा करते हैं।